शिवराज कैबिनेट के विस्तार पर तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत ने ली मंत्री पद की शपथ

भोपाल: शिवराज कैबिनेट के विस्तार पर  आने वाली मुश्किलों पर विराम लगाया जा चुका है। ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत ने शिवराज कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ले चुके है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उन्हें शपथ दिलाई। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने तुलसी सिलावट को मंत्री पद की शपथ लेने पर शुभकामनाएं दी। जंहा सीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा कि साथी तुलसी सिलावट जी को मंत्री पद की शपथ लेने पर शुभकामनाएं। जंहा अब एक नई ऊर्जा के साथ हम साथ मिलकर मध्य प्रदेश की प्रगति एवं विकास के लिए कार्य करने वाले है। मुझे भरोसा है कि सशक्त और समर्थ आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण का सपना तेजी से साकार हो सकता है।

गोविंद सिंह राजपूत: जंहा इस बात का पता चला है कि गोविंद सिंह राजपूत का जन्म 1 जुलाई 1961 को सागर में हुआ था। गोविंद सिंह राजपूत म.प्र. युवक कांग्रेस के अध्यक्ष और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मेंबर भी रह चुके हैं। राजपूत वर्ष 2002 में म.प्र. कांग्रेस कमिटी के महासचिव बनाए जा रहे थे। वर्ष 2003 में 12वीं विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए। 25 दिसंबर 2018 को उन्होंने सीएम  कमलनाथ के मंत्रिमंडल में मंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी। गोविंद सिंह को परिवहन मंत्री बनाया गया था। गोविंद सिंह राजपूत को ज्योतिरादित्य सिंधिया का करीबी कहा जा रहा है। सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का हाथ थामने के बाद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की घोषणा की जा चुकी थी।

तुलसी सिलावट: मिली जानकारी के अनुसार तुलसी सिलावट भी ज्योतिरादित्य सिंधिया के गुट के नेता बोले जा रहे है। कमलनाथ गवर्नमेंट के मंत्रिमंडल में तुलसी सिलावट को लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री बने थे। तुलसी सिलावट कृषक परिवार में जन्मे और राजनीति की सीख उन्होंने छात्र राजनीति से ले चुके है। तुलसी सिलावट का जन्म 5 नवंबर 1954 को इंदौर के पास ही ग्राम पिवडाय में हुआ था। तुलसी ने राजनीति शास्त्र में एमए किया है और छात्र जीवन से ही उन्हें राजनीति में रुचि थी। तुलसी सिलावट देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में 1979-81 में छात्र संघ रहे। पहली बार 1982 में तुलसी इंदौर नगर निगम में पार्षद बने और जिसके उपरांत 1985 में विधायक बन गए। कांग्रेस पार्टी ने उन्हें प्रदेश कांग्रेस कमेटी में उपाध्यक्ष बन चुके है। दिसंबर 2007 के उपचुनाव के उपरांत 2008 में तीसरी बार वे विधायक चुने गए। 2018 में विधानसभा चुनाव जीतकर सिलावट चौथी बार विधायक बन चुके है।

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