शिंजो आबे के बाद किसके हाथ में होगी जापान की बागडोर

जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। लंबे समय तक सत्ता में रहने के बाद जापान के शिजों आबे ने हाल ही में खराब सेहत के चलते अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अब सवाल ये है कि आखिर उनकी जगह किसको देश का पीएम बनाया जाएगा।
दरअसल जापान में प्रधानमंत्री के चुनाव के लिए सितंबर के दूसरे हफ्ते में संसद का आपातकालीन सत्र बुलाया जाएगा। बैठक में सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) के नेता और देश के नए प्रधानमंत्री का चुनाव किया जाएगा।
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जापान में किसी भी नेता को प्रधानमंत्री बनने से पहले सत्ताधारी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी का अध्यक्ष बनना होगा। उसके बाद संसद में वोटिंग के जरिये नए प्रधानमंत्री का चुनाव होगा। फिलहाल पीएम की रेस में जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव योशीहिदे सुगा शामिल हो गए हैं।
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बता दें कि 65 साल के शिंजो पेट से जुड़ी बीमारी से जूझ रहे हैं और वो इस महीने ही दो बार अस्पताल जा चुके हैं। आबे नहीं चाहते थे कि उनकी सेहत की वजह से सरकार के कामकाज पर असर पड़े, इसलिए उन्होंने पद छोड़ दिया।
शिंजो आबे आंत से जुड़ी बीमारी अल्सरट्रेटिव कोलाइटिस से जूझ रहे हैं। इस बीमारी की वजह से साल 2007 में उन्होंने कुछ वक्त का ब्रेक लिया था, तब उनके प्रधानमंत्री कार्यकाल के शुरुआती दिन थे। फिर वो साल 2012 में भारी बहुमत के साथ सत्ता में वापस लौटे थे।
पीएम की रेस में इन नामों की चर्चा
योशीहिदे सुगा
योशीहिदे सुगा जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव और जापान सरकार के मुख्य प्रवक्ता हैं। उन्होंने अपने चुनाव लड़ने की इच्छा लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के महासचिव तोशीरो निकाई से जाहिर कर दी है और वो पीएम पद की रेस में बड़ा नाम हैं। खास बात तो ये है कि 2012 में शिंजो आबे ने जापान की कुर्सी संभाली थी, तब से लेकर अब तक योशीहिदे सुगा सरकार के सबसे बड़े प्रवक्ता के तौर पर काम कर रहे हैं।
इगेरू इशिबा
जापान के पूर्व रक्षा मंत्री इगेरू इशिबा का नाम भी पीएम की रेस में शामिल हो गया है। 62 साल के शिगेरू इशिबा को सैन्य नीतियों के मामले में कट्टर माना जाता है। जापान की जनता भी उन्हें पसंद करती है, लेकिन जापान की सत्ताधारी पार्टी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के नीति निर्धारक उन्हें कम पसंद किया जाता है। फिलहाल शिगेरू इशिबा कृषि संबंधित मामलों को देखते हैं और स्थानीय अर्थव्यवस्था को उभारने में लगे हुए हैं।
तारो असो
जापान के वित्तमंत्री तारो असो शिंजो आबे प्रशासन में सबसे ताकतवर नेताओं में से एक हैं। 79 साल के असो जापान के अगले प्रधानमंत्री बनने की रेस में हैं। हालांकि उनकी ज्यादा उम्र को देखते हुए उन्हें जापान का कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाया जा सकता है।
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