शर्मनाक : यहां मां-बाप खुद अपनी बेटियों से करवाते हैं जिस्मफरोशी

prostitution1-1-415x260नई दिल्ली. समाज में हमेशा से वेश्‍यावृत्ति को बहुत बुरा माना जाता है. चाहे वह किसी मजबूरी में की जा रही हो, किसी दबाव में या फिर खुद की मर्जी से. ऐसे काम से जुड़े लोगों से सभी दूर रहना पसंद करते हैं. लेकिन क्‍या आपको पता है भारत में कई ऐसी जगह हैं जहां माता-पिता खुद अपनी बेटियों से वेश्‍यावृत्ति जैसा घिनौना काम करवाते हैं। आपको यह सुनकर हैरानी भी होगी और शर्म भी आयेगी। लेकिन यह सच है। हम आपको देश की ऐसी जगहों के बारे में बताते हैं जहां आज भी माता-पिता अपनी बेटियों को ऐसे गंदे धंधे में ढकेले हुए हैं।

कर्नाटक का देवदासिस

कर्नाटक के देवदासिस इलाके में कम उम्र लड़कियों की नीलामी की जाती है। जिसके बाद लड़कियों को खरीदने वाले के साथ ही उन्‍हें रहना पड़ता है और अपना पूरा जीवन एक वेश्‍या के रूप में बिताना पड़ता है। लड़कियां यह काम अपना परिवार चलाने के लिए करती हैं। देवदासी का मतलब होता है भगवान के गुलाम। यहां की परंपरा के अनुसार लड़कियों का विवाह देवी से होता है जिसके बाद वह अपना पूरा जीवन धर्म को समर्पित करती हैं। साथ ही वेश्‍यावृत्ति का काम करती हैं।

उत्तर प्रदेश का नातपुरवा गांव

यूपी के नातपुरवा गांव में जिस्‍मफरोशी का काम करीब 400 साल से चल रहा है। यहाँ रहने वाली  नात जनजाति के लोगों का यह मुख्‍य कारोबार है जो हर घर में धड़ल्‍ले से होता है। इतना ही नहीं, इस गांव में रहने वाले बच्चे अपने पिता के बारे में भी कुछ नहीं जानते। बहुत मुश्किल से किसी-किसी को ही अपने पिता के बारे में जानकारी मिल पाती है।

मध्य प्रदेश का बछरा इलाका

मध्य प्रदेश के बछरा में भी एक अजीबो-गरीब परंपरा निभाई जाती है। इस गांव में आदिवासी लोग बसे हैं। यहां की परंपरा के मुताबिक परिवार की बड़ी लड़की को जिस्‍मफरोशी का काम करना पड़ता है। इससे उसके घर का भरण-पोषण होता है। इतना ही नहीं, परिवार में पिता और भाई अपनी बहन-बेटी के लिए ग्राहक तलाशते हैं और पैसों का लेन-देन करते हैं।

गुजरात का वाडिया गांव

गुजरात के गांव वाडिया की तो कहानी ही अनोखी है। यहां पुरूष अपने घर की महिलाओं के लिए ग्राहक तलाशता  है। यह परंपरा इस गांव में सदियों से चली आ रही है। अपने परिवार के लिए महिलाओं को यह काम करना पड़ता है। वेश्‍यावृत्ति इस गांव का मुख्‍य कारोबार है।

 

 

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