जिस व्यक्ति के नाक के आगले भाग पर तिल का निशान होता है वह भोग-विलास में अधिक रुचि रखता है। समुद्रशास्त्र के अनुसार नाक के दाहिनी तरफ जिनके तिल होता है वह कम प्रयास से ही अधिक लाभ प्राप्त करने वाले होते हैं। जबकि नाक के बायीं तरफ तिल अशुभ होता है। ऐसे में व्यक्ति को किसी भी काम में सफलता और लाभ के लिए अधिक प्रयास करवाता है।
कनपटी के पास तिल का होना पारिवारिक दृष्टि से शुभ नहीं माना जाता है। इसका कारण यह है कि कनपटी के पास तिल व्यक्ति को वैरागी बनाता है। व्यक्ति की रुचि पारिवारिक जिम्मेदारियों एवं दांपत्य जीवन में कम होती है।
जिस स्त्री या पुरुष के दोनों कंधे पर तिल होता है उन्हें जीवन में काफी संघर्ष करना पड़ता है। इन्हें कोई भी सफलता आसानी से नहीं मिलती है।
पैर की उंगलियों में तिल का होना भी अशुभ सूचक माना गया है। ऐसा व्यक्ति जीवन में अपनी बुद्घि से कम दूसरों की बुद्घि से काम करता है। आमतौर पर ऐसे व्यक्ति दूसरों की नौकरी करते हैं। स्वतंत्र रुप से जीवन में आगे बढ़ना इनके लिए कठिन होता है। जबकि पैर के अंगूठे में तिल का होना शुभ होता है। जिनके अंगूठे में तिल होता है वह समाज में प्रतिष्ठा प्राप्त करता है।
जिनके कूल्हे पर तिल का निशान होता है उन्हें आर्थिक मामलों में अधिक मामलों में अधिक सावधान रहना चाहिए क्योंकि ऐसा तिल धन हानि करवाता है।
समुद्रशास्त्र के अनुसार कलाई पर स्थित तिल शुभ फलदायी नहीं होता है। जिनकी कलाई पर तिल होता है उन्हें जेल की यात्रा करनी पड़ सकती है।