वुहान में रास्ते पर आयी दिनचर्या: दुनिया में कोहराम

वुहान, एजेंसी। वैश्विक कोरोना वायरस महामारी का उत्पति स्थल और 1.1 करोड़ जनसंख्या वाला शहर वुहान दो महीने से भी अधिक समय तक पूरी तरह अलग-थलग रहने के बाद शनिवार को आंशिक रूप से खुला। वुहान शहर में जनवरी में लॉकडाउन लगाया गया था और वहां के बाशिंदों को शहर छोडऩे पर रोक लगा दी गई थी। शहर के बाहरी इलाकों में सडक़ अवरोधक रिंग लगा दिये गये थे। रोजमर्रा की जिंदगी पर कड़ी बंदिशें लगा दी गई थीं। लेकिन अब बड़े परिवहन एवं औद्योगिक केंद्रों से अलग-थलग के समापन के संकेत मिलने लगे हैं। सरकारी मीडिया में आधी रात को आधिकारिक रूप से मंजूरी प्राप्त पहली ट्रेन शहर में दाखिल होती हुई दिखायी गई। रेलवे स्टेशन पर शनिवार को यात्रियों की भीड़ नजर आई। उनमें से ज्यादातर के बाद लुढक़ने वाले सूटकेस थे। हालांकि यात्रा पाबंदी में ढील शुरू होने के साथ ही कुछ लोग शुकवार को ही शहर में पहुंच गये। एक ऐसी ही महिला ने कहा कि वह और उनकी बेटी करीब दस हफ्तों से पति से दूर हैं। चीन में कोरोना वायरस का केंद्र रहे मध्य हुबेई प्रांत में लोगों का भारी गुस्सा भी देखने को मिला। लॉकडाउन हटने के बाद दर्जनों लोगों ने सरकारी वाहनों पर तब हमला कर दिया जब उन्हें एक पुल को पार कर पास के जियांग्शी प्रांत जाने से रोक दिया गया। कोविड-19 मामलों को कम करने के लिए 5.6 करोड़ से अधिक लोगों की आबादी वाले हुबेई प्रांत में 23 जनवरी से लॉकडाउन लगा हुआ था, जहां यह बीमारी तेजी से फैला था।

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