विधायक के चेहरे पर स्याही मामले में बाबा रामदेव के विवादित बोल

baba-ramdev-and-mla-rashid-5625416db2c68_exlst (1)हरियाणा : बीफ पार्टी देने वाले जम्मू कश्मीर के विधायक राशिद के चेहर पर सोमवार को दिल्ली में स्याही फेंके जाने पर बाबा रामदेव ने दिया विवादास्पद बयान। दरअसल योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि किसी की धार्मिक भावनाएं आहत करने से प्रतिक्रिया स्वाभाविक है।बीफ पार्टी देने वाले जम्मू कश्मीर के विधायक राशिद के चेहर पर सोमवार को दिल्ली में स्याही फेंके जाने पर प्रतिक्रिया के तौर पर उन्होंने कहा कि किसी की धार्मिक भावनाओं को भड़काना अपराध है। ऐसे में उनके चेहरे पर स्याही की बजाए पत्थर भी फेंक दिया जाता तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए।

हरियाणा के हिसार में पत्रकारों से बातचीत में बाबा रामदेव ने कहा कि आध्यात्मिक व धार्मिक तौर पर गाय राष्ट्रीय पशु है और इसे संवैधानिक तौर पर भी राष्ट्रीय पशु घोषित कर देना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। देश में गौहत्या नहीं होनी चाहिए।

गौहत्या के नाम पर मानवता की हत्या भी न हो। देश के करोड़ों लोग गाय की पूजा करते हैं। ऐसे में गाय की हत्या कर खून बहाना पूरी तरह से गलत है।

प्रधानमंत्री को देश में गौहत्या पर प्रतिबंध लगाने का कानून पारित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा के लोग दिल के साफ होते हैं। बीफ के सवाल पर सीएम मनोहरलाल के दिल में ऐसा कुछ नहीं था।

काले धन के सवाल पर योग गुरु ने कहा कि किसी भी काम में समय तो लगता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हमें पूरी उम्मीद है। काले धन पर वह अपना वादा पूरा करेंगे।बाबा को रगड़ा लगाया तो 400 से 40 पर आ गए: उत्तराखंड सरकार की ओर से पुत्र जीवक दवा को पीएनडीटी एक्ट का उल्लघंन बताने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बाबा को पहले रगड़ा लगाया था तो 400 से 40 पर आ गए थे। अब उसी को दोहराएंगे तो उतराखंड में भी यही हाल हो जाएगा। उन्होंने कहा संस्कृत के आधार पर यह नाम है, जिसमें पुत्री व पुत्र दोनों को पुत्र ही कहा जाता है।

राबर्ट मामले में सच्चाई सामने आए: रामदेव ने कहा कि कांग्रेस सरकार में राबर्ट वाड्रा को राष्ट्रीय दामाद के तौर पर सुविधाएं मिली हुई थी। इस मामले में पर्दा हटना चाहिए। जमीन घोटाले की सच्चाई सामने आनी चाहिए। किसी बदले की भावना से कार्रवाई न हो। मल्टीनेशनल कंपनियां देश का हर साल 20 लाख करोड़ रुपया लूट रही हैं। ये कंपनियां आर्थिक माफिया की तरह से काम कर रही हैं। हम योग तथा स्वदेशी को अपना लें तो दो दशक में ही भारत विश्व गुरु बन जाएगा।

 

Back to top button