वाराणसी में शांति, धारा 144 लागू, स्कूल-कॉलेज आज बंद रहेंगे

varansi (1)वाराणसी (6 अक्टूबर) :वाराणसी में सोमवार को हिंसक घटनाओं के बाद शहर में मंगलवार को शांति है। सोमवार को साधु-संतों की प्रतिकार यात्रा के दौरान हिंसा और आगजनी की घटनाएं हुईं थीं। शहर में अभी भी धारा 144 लगाई गई है और डीएम ने स्कूल-कॉलेज बंद रखने के ऑर्डर दिए हैं। सोमवार को चार थानों के तहत कर्फ्यू लगा दिया गया था, जिसे रात को ही हटा लिया गया था। हालांकि एडीजी ने कर्फ्यू लगाने की बात से ही इनकार किया थ।

वाराणसी के गोदौलिया, गिरजाघर, चौक, दशाश्‍वमेधघाट मार्ग, मदनपुर और बांस फाटक जैसे इलाके में बवाल हुआ था। बवाल के बाद पुलिस ने यहां से 29 लोगों को हिरासत में लिया था। हंगामे को देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने खुद वाराणसी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को फोन कर शहर में शांति-व्‍यवस्‍था बनाए रखने को कहा है।

पिछले दिनों मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए लाठीचार्ज के विरोध में सोमवार को प्रतिकार यात्रा निकाली जा रही थी। इसमें हजारों लोग मौजूद थे। जुलूस के गोदौलिया पहुंचते ही कुछ अराजक तत्‍वों ने पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया। पुलिस की जीप और 4 बाइकाें में आग लगा दी। मामला बढ़ता देख पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस दौरान भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस लगातार आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट से फायरिंग करती रही। इस दौरान साधु-संतों के साथ-साथ आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। कवरेज के दौरान कुछ पत्रकारों को भी चोटें आई हैं। डीएम राजमणि यादव ने स्‍पष्‍ट कर दिया है कि कल यानी मंगलवार को शहर के सभी स्‍कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। इसमें माध्‍यमिक शिक्षा बोर्ड सहित सीबीएसई और आईसीएसई के सभी स्‍कूल शामिल हैं।

कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने बताया कि यात्रा के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने शांति और कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश की। उन्‍होंने शहरवासियों से किसी भी प्रकार की अफवाहों में न आने की अपील की है। फिलहाल, स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। इसके अलावा उन्‍होंने कहा कि प्रशासन सोशल मीडिया, वेबसाइट, व्‍हॉट्सएप और फेसबुक पर निगरानी रख रहा है। यदि इन माध्यमों से किसी भी प्रकार की कोई गलत सूचना या अफवाह फैलाई जाती है तो ऐसे लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

प्रतिकार यात्रा में देशभर के साधु-संतों के साथ ही साध्वी प्राची और चक्रपाणि महाराज भी शामिल थे। इस दौरान साध्वी प्राची ने कहा कि प्रशासन ने मूर्ति विसर्जन को लेकर रास्ता नहीं निकाला। साथ ही उन्‍होंने कहा कि जब तक सीएम अखिलेश खुद साधु-संतों पर हुए लाठीचार्ज के लिए माफी नहीं मांगते तब तक आंदोलन चलता रहेगा। दादरी मामले को लेकर उन्‍होंने कहा कि एक तरफ काशी में संतों पर लाठियां बरसाई जाती हैं और दूसरी तरह सीएम गाय काटने वालों को 45 लाख रुपए देते हैं। साध्‍वी प्राची विश्‍व हिंदू परिषद से ताल्‍लुक रखती हैं।

 
 
 
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