लोकसभा चुनाव 2019 : राज ठाकरे की पार्टी ‘मनसे’ ने छोड़ा मैदान

मुंबई। लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर जहां राजनैतिक दल अपनी पूरी जोर आजमाइश करने से नहीं चूक रहे हैं। तो वहीं महाराष्ट्र में राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने ऐलान किया है कि वह लोकसभा चुनाव 2019 नहीं लड़ेगी। मनसे ने यह फैसला क्यों किया है? इस बात का खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है।

Maharashtra Navnirman Sena (MNS) issues statement saying it has decided not to contest the 2019 Lok Sabha elections
— ANI (@ANI) March 17, 2019

मनसे की राजनीति उत्तर भारतीयों के विरोध पर निर्भर
गौरतलब है कि मनसे की राजनीति उत्तर भारतीयों के विरोध पर निर्भर है और अपनी इसी विचार धारा को लेकर वह चुनाव मैदान में उतरते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पार्टी लगातार कांग्रेस, एनसीपी गठबंधन का हिस्सा बनने की कोशिश कर रही थी।शरद पवार राजनीति में दूर की सोच रखने वाले नेताओं में गिने जाते हैं। राज ठाकरे को महागठबंधन का हिस्सा न बनाने के पीछे पवार की दूरदर्शी सोच को बताया जा रहा था।
ये भी पढ़ें :-सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस पीसी घोष होंगे देश के पहले लोकपाल !
राज ठाकरे पिछले कुछ दिनों से लगातार मोदी सरकार को  खड़ा कर रहे थे कठघरे में
बताया जाता है कि शरद पवार को लगता है कि अगर लोकसभा चुनाव में एमएनएस को साथ लिया, तो विधानसभा चुनाव के वक्त सभी पार्टियों के अलग-अलग चुनावी मैदान में उतरने की सूरत में यह महंगा सौदा साबित हो सकता है। राज ठाकरे पिछले कुछ दिनों से लगातार मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा कर रहे थे।
राज ठाकरे ने कहा था कि सरकार युद्ध जैसा माहौल बनाकर चुनाव में उपयोग करना चाहेगी
राज ठाकरे ने ये भी दावा किया था कि लोकसभा चुनाव से पहले पुलवामा जैसा एक और हमला हो सकता है। उनका कहना था कि सरकार युद्ध जैसा माहौल बनाकर चुनाव में उपयोग करना चाहेगी। राज ठाकरे का कहना था कि युद्ध के माहौल की आड़ में मुख्य मुद्दे छुप जाएंगे। उन्होंने सरकार के उस दावे पर भी सवाल उठाए थे जिसमें एयरस्ट्राइक में सैकड़ों आतंकियों के मारे जाने की बात कही जा रही थी। ठाकरे का कहना था कि अगर आतंकी मारे जाते तो विंग कमांडर अभिनंदन वापस नहीं आते।

Back to top button