लॉकडाउन से जमाखोरों और कालाबाजारी करने वालों की अब खैर नहीं, लखनऊ पुलिस कसने जा रही है नकेल

लखनऊ: कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए चल रहे लॉकडाउन से जमाखोरों और कालाबाजारी करने वालों की अब खैर नहीं है। ऐसे लोगों पर पुलिस ने नकेल कसने जा रही है। इसकी पड़ताल के लिए पुलिस सादी वर्दी में जाकर दाम पता करेगी अगर ऐसा हुआ तो कार्रवाई भी होगी। राजधानी लखनऊ की मंडी में अनाज, फल, और सब्जी के दाम दोगुना है। आलमबाग की बाजर में आलू 40, मिर्च 120 किलो, अदरक 130 किलो बेचा जा रहा है। इसी प्रकार अनाज के भी थोक दुकानदार मनमाने ढंग से समान बेंच रहे हैं।
इसके अलावा लखनऊ की चौक, ठाकुरगंज, रिवरबैंक, गोमतीनगर, सदर, राजाजीपुरम समेत शहर की कई फुटकर मंडियों में मुनाफाखोरों ने जमकर लूट मचा रखी है। मनमानी का आलम यह है कि दुबग्गा और सीतापुर रोड स्थित थोक मंडियों से दोगुने से भी ज्यादा कीमत पर सब्जी बेची रही है। थोक मंडी में अच्छा आलू 18 से 20 रुपये किलो मौजूद हैं। वहीं, फुटकर मंडी में यह 40 से 50 रुपये तक बिक रहा है। यही हाल प्याज का है। 26 रुपये किलो थोक मंडी में मिलने वाला प्याज 60 तक बाजार में बेचा जा रहा है। 24 से 26 रुपये किलो लाने वाले टमाटर को 60 रुपये से भी अधिक कीमत में बेचा जा रहा है।
डीसीपी नार्थ और पुलिस के प्रवक्ता सर्वेश त्रिपाठी ने बताया कि “कालाबाजारी करने वाले सख्त कर्रवाई होगी है। हमारी टीम सादी वर्दी में जांच करेगी। हमारे लोग ज्वाइंट टीम बनाकर इसकी जांच करने जा रहे है। कोई भी इस तरह की चीजें सामने आएगीं तो उस पर एक्शन होगा। पब्लिक को कोई दिक्कत होगी तो उस पर कानूनी कार्रवाई होगी।” मंडी सचिव संजय सिंह ने बताया कि माल की आपूर्ति में बाधा न होने पाए, इस दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। मिलों के संचालन के लिए पास जारी हो रहे हैं।

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