लॉकडाउन के दौरान भटकते लोगों को बसों से निशुल्क भेजा जा रहा घर

लखनऊ: लॉकडाउन के कारण पूरा देश संकट में हैं। हर कोई घरों में कैद हैं। कई ऐसे लोग भी हैं, जो घरों से बाहर हैं, वह पैदल ही अपने घरों को रवाना हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश रोडवेज ने आज स्थानीय स्तर पर फंसे मजदूरों और अन्य लोगों को घर पहुंचाने के लिए सबसे बड़ा अभियान शुरू किया। इस अभियान के लिए करीब 100 बसें लगाई गई हैं। यह बसें प्रदेश के लंबी दूरी के शहरों के लिए चलेंगी।
रोडवेज के आरएम एमके त्रिवेदी ने बताया कि हर डिपो से बस को मंगाया गया। आगरा से एकाएक 25 बसों की डिमांड की। इसमें ईदगाह से आठ, फोर्ट से छह, ताज से छह, आईएसबीटी से छह बसें मंगाई गई। इन बसों को सवारी के आधार पर विभिन्न रुटों के लिए भेजा गया। बसें पूरी तरह से निशुल्क भेजी जा रही है। प्रशासन द्वारा बसों के भेजने पर यात्री भी खुशी से झूम उठे।
लॉकडाउन में फंसे लोगों को रैन बसेरा में आसरा देगा निगम
लॉकडाउन की वजह से धनबाद में जहां-तहां फंसे लोगों की मदद के लिए नगर निगम आ गया है। निगम ने अपने रैन बसेरा को ऐसे लोगों के लिए खोल दिया है। वहां रहने के साथ-साथ खाने की भी मुफ्त व्यवस्था दी जाएगी। नगर आयुक्त चंद्रमोहन कश्यप स्टेशन रोड पर भटकते हुए सात लोगों को निगम के गोल्फ ग्राउंड स्थित रैन बसेरा भिजवाया। नगर आयुक्त ने बताया कि इन लोगों को वहां मुफ्त में रहने और खाने की सुविधा दी जाएगी। जब तक लॉकडाउन समाप्त नहीं होता है, तब तक वह लोग यहां आराम से रह सकते हैं।

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