राशि के अनुसार रत्न या उपरत्न धारण करने से खुलते हैं भाग्य के दरवाजे

{आइये जानें मेष राशि वाले लोगों का मुख्य रत्न व उपरत्न क्या है , साथ ही विधि व धरण करने से लाभ तथा धारण करने का बीज मंत्र}

राशि के अनुसार रत्न या उपरत्न धारण करने से खुलते हैं भाग्य के दरवाजे

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मेष(Aries):- मेष राशि का स्वामी ग्रह है मंगल अतः मेष राशि वाले मूँगा धारण कर सकते है
उपरत्न:-मूँगा का उपरत्न लाल ओनेक्स, लाल हकीक होता है जोकि मूँगा के अभाव में देता है लाभ।
मूंगे की विशेषता तथा धारण करने से होने वाले लाभ:- मूँगा धारण करने से मंगल ग्रह से सम्बन्धित समस्त दोष शांत हो जाते हैं । इसे धारण करने से रक्त साफ होता है तथा रक्त में वृद्धि होती है। जो व्यक्ति शत्रुओं पर विजय पाना चाहता हो तथा जिन्हें डर अधिक सताता उन्हें मूँगा पहनने से लाभ होता है। मूँगा मेष तथा वृश्चिक राशि वालों के भाग्य को जगाता है। व्यापार , नौकरी आदि में उन्नति कराता है। मूँगा आत्मविश्वास की वृद्धि करता है । मूँगा धारण करने से मनुष्य को भूत प्रेतादिक का भय नही रहता है इसी कारण पूर्व समय मे छोटे बच्चों के गले मे मूंगें के दाने पहनाये जाते थे।

मूँगा धारण करने की विधि:- मूँगा कम से कम सवा तीन रत्ती का या इससे ऊपर का पहनना चाहिए। मूँगा 5, 7,9,11 रत्ती का शुभ होता है। मूंगें को सोने या तांबे में जड़वाना चाहिए। मूंगें को मंगलवार के दिन पंचामृत व गंगाजल से पवित्रता के साथ स्नान कराकर प्रातः सूर्योदय से 11 बजे या किसी विद्वान के निर्देशन में श्री हनुमान जी के चरणों मे स्पर्श कराकर दाएं हाथ की अनामिका अंगुली में पूर्व या ईशान कोंण की ओर मुख करके धारण करना चाहिए।

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धारण करने का मंत्र :-
किसी ज्योतिर्विद के निर्देशन में कम से कम 108 बार ॐ क्रां क्रीं क्रौं स:भौमाय नमः मन्त्र से अभिषिक्त कर धारण करना चाहिए।

विशेष:-मूँगा जिस दिन धारण किया जाए उस दिन से यह तीन वर्ष तीन दिन तक अपना अधिक प्रभाव दिखता है।

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