राशि के अनुसार रत्न या उपरत्न धारण करने से खुलते हैं भाग्य के दरवाजे
{आइये जानें मिथुन राशि वाले लोगों का मुख्य रत्न व उपरत्न क्या है , साथ ही विधि व धरण करने से लाभ तथा धारण करने का बीज मंत्र}
(क, की, कु, घ, ङ, छ, के, को, ह)
मिथुन(Gemini):- मिथुन राशि का स्वामी ग्रह बुध है।मिथुन राशि वाले जातकों को पन्ना धारण करना चाहिए।
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उपरत्न:-पन्ना का उपरत्न हरा ओनेक्स, फिरोजा, हरा मरगज, हरा हकीक, व पेरीडॉट होता है।
पन्ना की विशेषता तथा धारण करने से होने वाले लाभ:- चूंकि बुध ग्रह का संबन्ध बुद्धि, वाणी तथा व्यवसाय से होता है।पन्ना पहनने से बुध संबंधित समस्त दोष शांत हो जाते है।पन्ना वैवाहिक जीवन मे मधुरता, संतान की प्राप्ति तथा धन वृद्धि वाला रत्न है। जिनकी राशि मिथुन या कन्या हो उन्हें पन्ना विशेष सुख दायक होता है। यदि विद्यार्थी पहने तो बुद्धि तीव्र होती है।यह आंखों की रोशनी को बढ़ाता है। प्रेमी यदि प्रेमिका को पन्ना भेंट करता है। तो प्रेम अवश्य ही सफल हो जाता है , ऐसी मान्यता है।पन्ना पहनने से शरीर मे बल की वृद्धि होती है।पन्ना दमा,सोथ, स्वाँस ,हकलाना आदि परेशानियों में अति लाभकारी होता है। जिन व्यक्तियों के पास धन स्थाई नही रुकता उन्हें पन्ना अवश्य धारण करना चाहिए।
पन्ना धारण करने की विधि:-पन्ना कम से कम स्व पांच रत्ती का धारण करना चाहिए। पन्ना सोने चाँदी या प्लेटिनम की अंगूठी में जड़वाना चाहिए। पन्नेको बुध वार के दिन किसी ज्योतिर्विद से परामर्श लेकर पंचामृत व गंगा जल से सुद्ध करके सविधि पंचोपचार पूजन करके भगवान श्री गणेश अथवा अपने ईष्ट देव के चरणों का स्पर्श कराकर कनिष्ठिका अंगुली में धारण करना चाहिए।
धारण करने का मंत्र:-किसी ज्योतिर्विद के निर्देशन में कम से कम 108 बार ॐ बुं बुधाय नमः मंत्र से अभिषिक्त कर सही मुहूर्त में धारण करना चाहोये।
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विशेष:-पन्ना जिस दिन से धारण किया जाता है उस दिन से तीन वर्ष तक अपना प्रभाव अधिक प्रदर्शित करता है।
।।आचार्य स्वामी विवेकानन्द।।
।।श्री अयोध्या धाम।।
ज्योतिर्विद
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