राशिद अल्वी को टिकट मिलने पर भी चुनाव न लड्ने का फैसला

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता राशिद अल्वी अमरोहा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी हैं  चर्चा है कि कांग्रेस की पहली सूची में नाम नहीं होने से राशिद नाराज चल रहे थे। आपको बता दें कि राशिद अल्वी ने कहा कि वे स्वास्थ्य कारणों की वजह से चुनाव नहीं लड़ पाएंगे बताया जा रहा है राशिद चुनाव नहीं लड़ने की सूचना पार्टी आलाकमान को भेज दी है इस लोकसभा चुनाव में ऐसा पहली बार हुआ है जब पार्टी द्वारा प्रत्याशी बनाए जाने के बाद किसी उम्मीदवार ने अपना नाम मैदान से वापस लिया है।
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जानकारी के अनुसार उन्होंने चुनाव उत्तर प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता राशिद अल्वी ने सोमवार को कहा कि वे स्वास्थ्य कारणों की वजह से चुनाव नहीं लड़ पाएंगे उनका नाम पार्टी की 8वीं सूची में आया था।  अमरोहा सीट से भाजपा ने कंवर सिंह तंवर और बसपा ने दानिश अली को मैदान में उतारा है, कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता राशिद अल्वी 1999 से 2004 तक सांसद रहे है।
आपको बता दें कि दो बार उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं,पिछले महीने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने यूपी का किला फतह करने के लिए कुछ 6 समितियां बनाई थीं, इन समितियों में कुल 92 लोग हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जिन छह समितियों के गठन को मंजूरी दी है, उनमें चुनाव समिति, प्रचार अभियान समिति, चुनाव रणनीति और योजना समिति, समन्वय समिति, घोषणापत्र समिति और मीडिया एवं प्रचार समिति को शामिल किया गया है।
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मैनिफेस्टो कमेटी के चेयरमैन बनाए गए थे राशिद अल्वी
जानकारी के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष ने राशिद अल्वी को मैनिफेस्टो कमेटी का चेयरमैन बनाया गया था इस कमेटी में कुल 10 सदस्य हैं, इनमें पूर्व मंत्री प्रदीप जैन, पूर्व मंत्री जितिन प्रसाद, पूर्व एमपी बृजलाल खाबरी, पूर्व विधायक गजराज सिंह और हफीजुर्रहमान, पूर्व एमएलसी हरेंद्र अग्रवाल, रिसर्च विभाग के संयुक्त सचिव हर्षवर्धन श्याम, प्रदेश यूथ कांग्रेस (पूर्वी जोन) के अध्यक्ष नीरज त्रिपाठी और एनएसयूआई पश्चिम जोन के अध्यक्ष रोहित राणा को भी शामिल किया गया हैं।

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