राम रहीम की माफी का विवाद गहराया, पांच प्यारे निलंबित

gurmeet-ram-rahim-5627b50879cbd_exlst (1)डेरा मुखी राम रहीम को माफी का विवाद गहरा गया है। मामले में अकाल तख्त ने पांच प्यारों को निलंबित कर दिया। एसजीपीसी के अध्यक्ष अवतार सिंह मक्कड़ ने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब के पांच प्यारों सतनाम सिंह खंडा, भाई मेजर सिंह, सतनाम सिंह, मंगल सिंह और भाई त्रिलोक सिंह को एसजीपीसी की ओर से उनके पदों से निलंबित किया जाता है।इन पांचों प्यारों ने एसजीपीसी कार्यालय के नियमों के खिलाफ श्री अकाल तख्त साहिब पर बैठक का आयोजन कर 23 अक्तूबर को पांच सिंह साहिबानों को तलब किया है। इससे सिख पंथ के अंदर और अधिक बखेड़ा पैदा हो गया है। जत्थेदारों को श्री अकाल तख्त साहिब पर तलब करने का पांच प्यारों का आदेश सिख पंथ को दोफाड़ करने वाला है।

उन्होंने निलंबित पांच प्यारों में से तीन प्यारों का हेड क्वार्टर यूपी सिख मिशन हापुड़ और अन्य दो का सिख मिशन कुरुक्षेत्र बना दिया गया है। मक्कड़ के मुताबिक प्यारों ने मनमत वाली कार्रवाई की है। इससे पंथक रिवाइयों की हानि हुई है। इसी दौरान एसजीपीसी के सचिव डॉ. रूप सिंह और मंजीत सिंह को भी प्रबंधकीय असफलताओं के कारण निलंबित कर दिया है।

उन्होंने कहा कि 20 अक्तूबर को कुछ कर्मचारियों जिनमें कारज सिंह, हरचरण सिंह, हरपाल सिंह और सुरजीत सिंह को भी निलंबित किया गया है, जिनकी ओर से गुरुद्वारा मंजी साहिब दीवान हाल में जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध किया गया था।

इससे पहले डेरा प्रमुख को माफी के मामले में श्री अकाल तख्त साहिब के पांच प्यारों ने पांचों तख्तों के जत्थेदारों को सिख पंथ विरोधी फैसले लेने और सिख कौम को अपने फैसलों से दुविधा में डालने के आरोप में 23 अक्तूबर को श्री अकाल तख्त साहिब पर पेश करने का आदेश सुनाया था।पांच प्यारों ने बुधवार सुबह श्री अकाल तख्त साहिब पर बैठक कर पांचों जत्थेदारों श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह, ज्ञानी मल्ल सिंह, ज्ञानी गुरमुख सिंह, ज्ञानी इकबाल सिंह और ज्ञानी राम सिंह को 23 अक्तूबर को सुबह 10 बजे श्री अकाल तख्त साहिब पर पेश होने के आदेश दिया था।

इस बैठक में पांच प्यारों भाई मेजर सिंह, सतनाम सिंह, भाई मंगल सिंह, ज्ञानी त्रिलोक सिंह और ज्ञानी सतनाम सिंह शामिल हुए। पांच प्यारों ने जत्थेदारों को जारी हुकमनामा पढ़कर सुनाया।

मीडिया से बातचीत में पांच प्यारों में से ज्ञानी सतनाम सिंह ने कहा है कि तख्तों के जत्थेदारों की ओर से डेरा मुखी के संबंध में सुनाए गए फैसलों से सिख कौम और पंथ के अंदर दुविधा पैदा हो गई है।विश्व भर में कौम और खालसे को शर्मिंदा होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पांच प्यारों ने श्री गुरु गोबिंद सिंह को भी चमकौर की गढ़ी छोड़ने के आदेश दिए थे, जिसे गुरु साहिब ने भी माना था।

आज पांचों जत्थेदार सिख कौम से अपना आधार खत्म कर चुके हैं। धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होने पर भी जत्थेदारों का विरोध हो रहा है। बीते दिन मंजी साहिब हाल में भी एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान जत्थेदार अकाल तख्त साहिब को रागियों के विरोध का सामना करना पड़ा था।

जत्थेदारों का आधार खत्म
अकाली दल 1920 के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रघुबीर सिंह राजासांसी ने कहा कि जत्थेदारों का आधार खत्म हो गया है। वह 23 अक्तूबर से पहले अपने पदों से त्यागपत्र दें, लेकिन फिर श्री अकाल तख्त साहिब पर पांच प्यारों के सामने स्पष्टीकरण के लिए पेश हों। आज पांच प्यारों ने सिख कौम की भावनाओं को समझते हुए अपना फर्ज सही ढंग से निभाया है।

 

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