राजस्‍थान विधानसभा में जोरदार हंगामा, नाराजगी जताते हुए विपक्ष ने किया वॉकआउट

जयपुर। राजस्थान विधानसभा में सोमवार को प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं होने पर विपक्षी सदस्यों ने गहरी नाराजगी जताते हुए सदन से वॉकआउट किया। इसके बाद उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ को सत्र पूरा होने तक सदन से बाहर निकालने का प्रस्ताव पारित होने के बाद भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने वेल में आकार जमकर नारेबाजी की और धरने पर बैठ गए। इस बीच, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी को दो बार सदन की कार्यवाही आधे-आधे घंटे के लिए स्थगित करना पड़ी।

विधानसभा के पांचवें सत्र की तीसरी बैठक में सोमवार को आठ विधेयक पारित होंगे, जिस पर सदन में बहस रही है। प्रस्तावों पर चर्चा के दौरान भाजपा विधायकों ने खूब हंगामा किया। उन्होंने कहा कि उन्हें उनका पक्ष नहीं रखने दिया जा रहा है। हंगामे के दौरान विधानसभा अध्यक्ष के कहने पर संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल उप नेता प्रतिपक्ष राठौड़ को सदन से बाहर करने का प्रस्ताव लेकर आए। जिसे ध्वनि मत से पारित कर दिया गया। हंगामे के बीच सदन को 12.41 पर आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया। इस दौरान भाजपा विधायक सदन में ही धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। दोपहर डेढ़ बजे सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हु़ई और सदन में एक विधेयक पेश किया, इसके बाद भाजपा विधायक एक बार फिर वेल में आकर हंगामा करने लगे। इसके बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष डॉ. जोशी ने भाजपा विधायकों से अपनी सीट पर लौटने तथा राठौड़ को सदन के नियमों का पालन करने की अपील की गई, लेकिन भाजपा विधायक नहीं माने।

प्रदेश में सियासी संकट खत्म होने के बाद सरकार ने राज्यपाल से सदन बुलाने का आग्रह किया था। सदन की पहली बैठक 14 अगस्त को हुई, जिसमें सरकार ने विश्वास मत हासिल किया। इसके बाद 21 अगस्त को कोरोना महामारी पर चर्चा के दौरान काफी हंगामा हुआ। सरकार के जवाब के बाद सदन में आठ बिल पारित होने थे, लेकिन सदन को 24 अगस्त तक स्थगित कर दिया। राज्य विधानसभा सत्र की सोमवार को हुई शुरुआत हंगामेदार रही। सदन में प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं होने के कारण सदन की शुरुआत मुख्य सचेतक महेश जोशी की ओर से कार्य सलाहकार समिति का प्रतिवेदन पेश करने के साथ हुई। इस पर विपक्ष ने एतराज जताते हुए कुछ देर के लिए हंगामा किया। जोशी के बीएसी का प्रतिवेदन पेश करने पर नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने बीच में टोकते हुई आपत्ति जताई। कटारिया ने सदन में महत्वपूर्ण सेशन प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं होने को लेकर असंतोष जताया। इसे लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच कुछ देर के लिए हंगामे की स्थिति बनी रही। प्रश्नकाल व शून्यकाल स्थगित करने के विरोध में नेता प्रतिपक्ष कटारिया की अगुवाई में भाजपा विधायकों ने सांकेतिक बहिर्गमन भी किया। इस दौरान अध्यक्ष डॉ. जोशी और उपनेता प्रतिपक्ष राठौड़ के बीच हलकी नोंक-झोंक भी हुई।

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