राजनाथ सिंह ने शनिवार को साफ शब्दों में कहा कि कश्मीर मसला सुलझने वाला है….

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को साफ शब्दों में कहा कि कश्मीर मसला सुलझने वाला है। उन्होंने हुर्रियत और पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि कोई बातचीत करे या न करे, कश्मीर मसले का समाधान होगा। यह कैसे होगा और क्या होगा, हम अच्छी तरह से जानते हैं। इस दिशा में काम हो रहा है। दुनिया की कोई भी ताकत हमें नहीं रोक सकती। मैं आज यहां ऐसे ही नहीं बोल रहा हूं। बहुत सोच समझ कर बोल रहा हूं, लेकिन बस आप लोगों का सहयोग चाहिए।

राजनाथ जम्मू संभाग के सांबा जिले में भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा के जीरो प्वाइंट से मात्र डेढ़ किलोमीटर पहले बसंतर दरिया पर बने बसंतर पुल और कठुआ के पंडोरी स्थित उज्ज दरिया पर बने पुल को जनता को समर्पित करने के बाद बोल रहे थे।

पाकिस्तान के एजेंडे वाली आजादी किसी को कुबूल नहीं 

केंद्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि यहां जो आजादी की रट लगाते हैं, उन्हें खुद पता नहीं है कि उन्हें कैसे आजादी चाहिए। क्या वह पाकिस्तान के एजेंडे वाली आजादी चाहते हैं। जो लोग चाहते हैं कि मसला हल हो, मैं उनसे कहूंगा कि वह एक बार मामले को अच्छी तरह समझें, ताकि इसका निदान हो सके। लेकिन जो नारा वह दे रहे हैं। अगर वह पाकिस्तान के एजेंडे वाली आजादी की बात करते हैं तो यह आजादी किसी को कुबूल नहीं होगी।

हमने दी थी बातचीत की दावत पर सभी ने अनसुना कर दिया 

राजनाथ सिंह ने कहा कि जब मैं गृह मंत्री था तो मैंने कश्मीर मसले पर सभी संबंधित पक्षों से बातचीत की प्रक्रिया बहाल करने का पूरा प्रयास किया। मैंने सभी को दावत दी। मैंने स्थानीय दलों और नेताओं से भी कहा कि वह इसमें सहयोग करें। राष्ट्रीय नेताओं से भी कहा कि वह भी कश्मीर में अपने संपर्क और प्रभाव का इस्तेमाल कर सकते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को भी बातचीत का माहौल बनाने की अपील की गई थी। इसके अलावा हमारे तीन वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री भी कश्मीर में समस्या के समाधान के लिए वहां के नेताओं से बातचीत करने के लिए गए थे, लेकिन हमारी बात को अनसुना कर दिया गया।

जम्मू कश्मीर को जन्नत बनाएंगे 

रक्षा मंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर पूरे देश के लिए विशेष है। जम्मू कश्मीर को हम देश का एक ऐसा राज्य बनाना चाहते हैं, ऐसी जन्नत बनाना चाहते हैं, जहां दुनियाभर के पर्यटक आएं। यहां सुख-समृद्धि-शांति और विश्वास का माहौल हो, यही हमारा मकसद है।

कश्मीर के युवा केवल राज्य ही नहीं, पूरे भारत का भविष्य 

राजनाथ सिंह ने कहा कि हम जम्मू कश्मीर को एक विकसित राज्य बनाना चाहते हैं। मैं यहां के युवाओं को सिर्फ राज्य का नहीं, पूरे भारत का भविष्य मानता हूं। यह युवक एक सशक्त और स्वालंबी भारत के निर्माण में पूरा सहयोग करते हुए देश और अपना भविष्य सुखद बनाएं। लेकिन यहां कुछ तत्व हैं जो नहीं चाहते कि यहां का नौजवान राष्ट्र निर्माण में हिस्सा बनें।

तीन बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा भारत 

रक्षा मंत्री ने देश में जारी सामाजिक-आर्थिक विकास की विभिन्न योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी मानना है कि जब तक जनता के पास बुनियादी सुविधाएं नहीं होंगी, हम आगे नहीं बढ़ सकते। अगर हमें 2030 तक दुनिया की तीन बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होना है तो हमें बुनियादी ढांचे में तेजी से विकास करना होगा।

सेना के प्रयास को भी सराहा 

राजनाथ ने कहा कि कश्मीर को आतंकियों ने नर्क बना दिया है, लेकिन हमारी सेना ने इन कठिन परिस्थितियों में भी अपनी ड्यूटी को अंजाम देकर कश्मीर के हालात को सामान्य बनाने में पूरा प्रयास किया है। इससे कश्मीर को फिर से जन्नत बनाने के प्रयास सफल होंगे।

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