राजधानी में विधानभवन और लोक भवन के सामने अब तक 363 लोगों ने की आत्मदाह, जिलों में नहीं हो रही सुनवाई

बीते सात माह में सात जुलाई से अब तक विधानभवन और लोक भवन के सामने 363 लोग आत्मदाह का प्रयास कर चुके हैं। लगातार आत्मदाह का प्रयास करने वालों संख्या बढ़ती ही जा रही है। विधानभवन और लोक भवन के आस पास इतनी अधिक सुरक्षा और रोजाना रात 11 बजे से सुबह छह बजे तक यह मार्ग बंद किए जाने के बाद भी लोग सुरक्षा के घेरे को भेदने में सफल हो रहे हैं। वह किसी न किसी तरह विधानभवन और लोकभवन के आस पास पहुंच ही जाते हैं। आत्मदाह का प्रयास करने वाले लोगों में सर्वाधिक गैर जनपदों के हैं। शुक्रवार को हरदोई से एक परिवार के सात लोग आत्मदाह का प्रयास करने पहुंचे। हालांकि पुलिस की तत्परता से सभी को सुरक्षित बचा लिया गया।

जिलों में सुनवाई न होने के कारण लखनऊ आ रहे लोग

संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था नवीन आरोड़ा ने बताया कि लोक भवन और विधानभवन के सामने अबतक को जो आत्मदाह का प्रयास करने के लिए आए हैं उसमें से अधिकतर लोग गैर जनपदों के हैं। जनपदों में सबसे अधिक जमीन को लेकर विवाद हैं। वही लोग चोरी-छुप्पे यहां आ जाते हैं। हालांकि इन घटनाओं को रोकने के लिए एक पुलिस टीम का गठन किया गया है। भारी पुलिस बल लोकभवन के आस पास तैनात रहता है। जो पूरी तरह से सतर्क रहता है।

सात जुलाई से अबतक कुल 363 लोगों ने आत्मदाह का प्रयास किया

  •  इसमें से 112 लोग ऐसे थे जो बिना सूचना के पहुंचे
  •  251 ऐसे थे जो घोषणा करके आत्मदाह के लिए आए थे
  •  अधिकतर लोगों को पुलिस की तत्परता से बचा लिया गया
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