राजधानी दिल्ली में हवा में फैल रहा प्रदूषण, हालत गंभीर, बवाना में 447 पहुंचा एक्यूआई

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में हवा दिन बा दिन खराब होती ही जा रही है। पराली के धुएं और हवा की गति कम होने से यहां का माहौल और भी गंभीर होता जा रहा है। वायुमंडल में प्रदूषकों के बढ़ने के साथ राष्ट्रीय राजधानी में वायु की गुणवत्ता बिगड़ती जा रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार आनंद विहार, बवाना, पटपड़गंज और वज़ीरपुर में प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है।  

आनंद विहार में वायु गुणवत्ता सूचकांक 408, बवाना में 447, पटपड़गंज में 404 और वज़ीरपुर में 411 रिकॉर्ड हुआ। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार सभी चार जगह गंभीर श्रेणी में हैं।

इससे पहले बृहस्पतिवार को प्रदूषण स्तर खतरनाक श्रेणी में पहुंच गया था। शाम चार बजे तक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 402 दर्ज किया गया। दिनभर छाए रहे स्मॉग के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

केंद्र के वायु चेतावनी व्यवस्था के अनुसार, बुधवार को पंजाब, हरियाणा व उत्तर प्रदेश समेत पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की करीब तीन हजार घटनाओं का सीधा असर दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर पश्चिम भारत की हवा पर पड़ा।

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के वायु मानक संस्था सफर के अनुसार, बुधवार को पराली जलने की वजह से पीएम 2.5 का स्तर 18 फीसदी दर्ज हुआ था, जबकि मंगलवार को यह 23 फीसदी, सोमवार को 16, रविवार को 19 और शनिवार को नौ फीसदी रहा था। सफर के अनुसार, स्थानीय प्रदूषण के कारण और उत्तर पश्चिम दिशा की ओर से आने वाली हवा के साथ आ रहे पराली के धुएं की वजह से राजधानी में पीएम 2.5 का स्तर बढ़ा है।

मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में हवा की अधिकतम गति आठ किलोमीटर प्रति घंटा और न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन का सबसे कम तापमान रहा। यही वजह है कि इन दिनों प्रदूषण में बढ़ोतरी हो रही है।

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