रांची में बढ़ रहे बर्ड-फ्लू के मामले, पढ़े पूरी ख़बर

झारखंड में बर्ड-फ्लू का खतरा बढ़ रहा है। बोकारो के बाद अब रांची में बर्ड-फ्लू के मामलों में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। बर्ड-फ्लू के चलते बीते दिनों बोकारो में तकरीबन 4 हजार से अधिक बतख (डक) और मुर्गियों (चिकन) को मार दिया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि एच5एन1 (H5N1) यानी बर्ड-फ्लू की रांची में पोल्ट्री में पुष्टि की गई है। इन्फेक्टेड मुर्गियों और डक की संख्या अबतक स्पष्ट नहीं है। 

केंद्र ने झारखंड के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह को 3 मार्च को लिखे एक पत्र में रांची में पोल्ट्री में एवियन इन्फ्लूएंजा (H5N1) के प्रकोप की पुष्टि की है। इसके नियंत्रण और रोकथाम के लिए राज्य को निर्देश दिया है। केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के पत्र में लिखा है, “उपरिकेंद्र (जेल मोड़, रांची नगर निगम) से नमूने आईसीएआर-राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान (एनआईएचएसएडी) भोपाल को भेजे गए थे। 3 मार्च को मिली रिपोर्ट में बर्ड-फ्लू संक्रमण की पुष्टि की गई है। 

 केंद्रीय मंत्रालय ने राज्य सरकार को संक्रमित और निगरानी क्षेत्रों की घोषणा, संक्रमित परिसरों तक पहुंच को प्रतिबंधित करने, इन्फेक्टेड को मारने और संक्रमित सामग्री के निपटान सहित तत्काल उपाय करने के लिए कहा गया है। राज्य पशुपालन निदेशक, चंदन कुमार ने अधिकारियों से कहा है कि वे इन्फेक्शन फैले क्षेत्र के 1 किमी के दायरे को प्रभावित क्षेत्र घोषित करके पक्षियों को मारने के लिए पहचान करें। 10 किमी के दायरे के क्षेत्रों को निगरानी क्षेत्र घोषित किया जाएगा।

पिछले सप्ताह बोकारो जिले में कड़कनाथ में बर्ड फ्लू फैलने की पुष्टि के बाद मुर्गियों और बत्तखों सहित कुल 3,856 पक्षियों को मार दिया गया था। अधिकारियों ने कहा कि मनुष्यों में संक्रमण के लक्षणों में पीठ के ऊपरी हिस्से में गंभीर दर्द, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, सर्दी और थूक में खून शामिल हैं। पशुपालन विभाग ने एडवाइजरी जारी कर लोगों से मृत पक्षी देखे जाने पर इसकी सूचना देने का आग्रह किया है।

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