योगी बोले: जनता कफ्र्यू के लिए आगे भी रहें तैयार

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जरूरतमंद और पात्र लोगों को राशन कार्ड दिए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में आने वाले सभी प्रवासी कामगारों श्रमिकों को चरणबद्ध ढंग से राशन कार्ड उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने सर्विलांस के लिए निगरानी समितियो के गठन पर जोर दिया।सीएम ने कहा कि कोविड-19 के कारण प्रभावित हुईं आर्थिक गतिविधियों को बहाल करना आवश्यक है। इसके लिए निवेश वृद्धि संबंधी कार्यवाही को गति प्रदान की जाए। राजस्व वृद्धि के लिए माइनिंग गतिविधियों में तेजी लाई जाए। हाटस्पाट क्षेत्रों के बाहर हार्डवेयर की दुकानों को खोलने की अनुमति दी जाए।सीएम ने कहा कि प्रवासी कामगारों-श्रमिकों सहित किसी भी जरूरतमंद के पास राशन कार्ड न होने पर भी उन्हें खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाए। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर लाकडाउन व्यवस्था की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना पर नियंत्रण में निगरानी समितियों की बड़ी भूमिका है। इसलिए सभी ग्राम पंचायतों तथा शहरी निकायों में वार्ड स्तर पर बेहतर सर्विलांस के लिए निगरानी समितियों को सक्रिय किया जाए। निगरानी समितियां होम क्वारंटीन की अवधि में प्रवासी कामगारों-श्रमिकों के सर्विलांस का कार्य करेंगी। निगरानी समितियों के द्वारा यह भी सुनिश्चित कराया जाए कि कोई भी बाहरी व्यक्ति यदि चोरी-छिपे उनके क्षेत्र में आए तो वे प्रशासन को सूचित करें। बाद में, निगरानी समितियां वृक्षारोपण तथा खाद्यान्न वितरण में भी उपयोगी भूमिका निभा सकती हैं। निगरानी समितियों के कार्य के लिए एक मैकेनिज्म तैयार करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि इस समिति में ग्राम प्रधान, ग्राम चैकीदार, आशा वर्कर स्वच्छाग्रही, युवक मंगल दल तथा नेहरू युवा केन्द्र के सदस्यों को शामिल किया जाए। मुख्यमंत्री ने आगरा, मेरठ तथा कानपुर नगर में लाकडाउन को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए। सभी कृषि विज्ञान केन्द्र कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) को बढ़ावा दें तथा किसानों को कृषि विविधिकरण के लिए प्रशिक्षित करें। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना तथा मूल्य समर्थन योजना के तहत गेहूं क्रय केंद्र की व्यवस्था को और बेहतर ढंग से लागू किया जाए। किसानों के हित में कुछ स्थानों पर निजी मण्डियों की स्थापना करायी जाए।

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