ये हैं मटके का पानी पीने के 5 जादुई फायदे, पुरुषों के लिए तो खासकर वरदान है इसका पानी

आज तक आपने मटके का पानी पीने के कई फायदे सुने होंगे। इसका पानी सभी लोगों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। पर क्या आप जानते हैं मिट्टी के घड़े का पानी शरीर में टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ाने से लेकर एसिडिटी की छुट्टी कर देने जैसे कई जादुई गुणोंं से भरपूर होता है। आइए जानते हैं मटके के पानी के ऐसे ही कुछ जादुई फायदों के बारे में…ये हैं मटके का पानी पीने के 5 जादुई फायदे, पुरुषों के लिए तो खासकर वरदान है इसका पानीविषैले पदार्थ सोखने की शक्ति
मिटटी में अशुद्धियों को शुद्ध करने का गुण होता है। जिसकी वजह से यह सभी विषैले पदार्थ सोख लेती है। इसके अलावा यह पानी में सभी जरूरी सूक्ष्म पोषक तत्वों को मिलाने का काम भी करती हैं। जिसकी वजह से पानी का सही तापमान बना रहता है, ना बहुत अधिक ठंडा ना गर्म।

चयापचय को बढ़ावा
नियमित रूप से घड़े का पानी पीने से प्रतिरक्षा प्रणाली अच्छी होती है। प्लास्टिक की बोतल में पानी भरकर रखने से उसमें प्लास्टिक की अशुद्धियां इकट्ठी हो जाती हैं जिसकी वजह से पानी अशुद्ध हो जाता है। खास बात यह है कि घड़े में पानी स्टोर करके पीने से शरीर में टेस्टोस्टेरोन का स्तर भी बढ़ जाता है।

पानी का पीएच लेवल
घड़े के पानी में मिट्टी में मौजूद क्षारीय गुण शामिल हो जाते हैं। क्षारीय पानी की अम्लता के साथ प्रभावित होकर, उचित पीएच संतुलन को भी मेंटेन रखता है। इस पानी को पीने से एसिडिटी ठीक होने के साथ पेट के दर्द में भी राहत मिलती हैं।

गला ठीक रखता है
गर्मियों में फ्रिज का ठंडा पानी पीने से गले और शरीर पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। ऐसा करने से गले की कोशिकाओं का ताप अचानक गिर जाता है जिस कारण व्याधियां उत्पन्न होती है। ठंडा पानी पीने से गले का पकने और ग्रंथियों में सूजन आने लगती है। जबकि घडें का पानी गले पर अपना सूदिंग इफेक्ट बनाए रखता है।

वात को नियंत्रित करे
बर्फीला पानी पीने से कब्ज हो जाती है तथा अक्सर गला खराब हो जाता है। मटके का पानी बहुत अधिक ठंडा ना होने से वात नहीं बढाता, इसका पानी संतुष्टि देता है। मटके को रंगने के लिए गेरू का इस्तेमाल होता है जो गर्मी में शीतलता प्रदान करता है। मटके के पानी से कब्ज ,गला ख़राब होना आदि रोग नहीं होते

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