यूपी में मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्रियों की फ्लीट में शामिल होंगे नए वाहन

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्रियों की फ्लीट के पुराने वाहन बदले जाएंगे। मंत्रिपरिषद ने राज्य संपति विभाग को 17 नए वाहनों की खरीद को मंजूरी दी है। इनमें पांच इनोवा क्रिस्टा, पांच स्कार्पियो और सात होंडा सिटी कारें होंगी। इनकी खरीद पर लगभग 2.64 करोड़ रुपये खर्च होंगे। राज्य सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह के अनुसार खरीदे जा रहे वाहनों की संख्या के बराबर पुराने वाहनों की नीलामी कराई जा चुकी है। उनकी पूर्ति के लिए ही नए वाहन खरीदे जा रहे हैं। इस बार कुंभ मेला में विशिष्टजन का आवागमन बढऩे की संभावना देख कर नए वाहनों की व्यवस्था की जा रही है। मंत्रियों के साथ कई वरिष्ठ अधिकारी भी अपने वाहनों को बदलने के लिए पत्र लिखते रहे हैं।  

79 और वाहनों के क्रय का मंजूरी

कैबिनेट ने गोरखपुर, गाजियाबाद व अन्य जगहों पर सुरक्षा कर्मियों के लिये 16 वाहन खरीदने की भी मंजूरी दी। इसके तहत स्कार्पियों, टाटा सफारी गाडिय़ां खरीदी जाएंगी। इनमें कुछ गाडिय़ां  बुलेटप्रूफ और जैमरयुक्त होंगी। इसके लिए 6.3 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इन गाडिय़ों का इस्तेमाल प्रदेश में आने वाले अति विशिष्ट लोगों की सुरक्षा में किया जाएगा। इसी तरह सुरक्षा विभाग के प्रस्ताव पर कैबिनेट ने 79 और वाहनों की खरीद को मंजूरी दी है। इन पर 16.52 करोड़ रुपये व्यय करने को हरी झंडी दी गई।

कुंभ के लिए तीन करोड़ 21 लाख

प्रदेश सरकार ने कुंभ मेें श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए तीन करोड़ 21 लाख 39 हजार रुपये स्वीकृत किए हैैं। इस धनराशि से प्रयागराज में तीन क्षेत्रों में निर्माण कार्य होंगे। इसके लिए कुंभ के मेलाधिकारी ने प्रस्ताव बनाकर भेजा था।गौरतलब है कि गत 14 अक्टूबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज में दारागंज स्थित वेणी माधव मंदिर और झूंसी स्थित प्रभुदत्त ब्रह्मचारी आश्रम गए थे। वहां संतों ने श्रद्धालुओं की सुविधा के मद्देनजर निर्माण कार्यों के लिए धनराशि उपलब्ध कराने का आग्रह किया था।

श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी

जानकारी के मुताबिक जिस भूमि पर निर्माण कार्य किया जाना है, वह मंदिर, अखाड़ा व आश्रम की है। श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए जनहित में निर्माण की स्वीकृति दी गई। इसके लिए कांस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज, उप्र जल निगम को कार्यदायी संस्था नामित किया गया। धनराशि स्वीकृत होने के बाद वेणी माधव मंदिर, प्रभुदत्त ब्रह्मïचारी आश्रम और पंच दिगंबर अनी अखाड़ा, झूंसी में निर्माण कार्य होंगे।

योगी ने निभाया संतों से किया वादा

सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने अंतत: संतों से किया वादा निभाया। दिगंबर अनी अखाड़ा, वेणी माधव मंदिर व प्रभुदत्त ब्रह्मचारी के आश्रम में स्थायी निर्माण को धन जारी कराकर उन्होंने साबित कर दिया कि वह श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए धन की कमी आड़े नही आने देंगे। योगी अखाड़ों के अलावा शंकराचार्य आश्रम, मठ बाघंबरी गद्दी व सच्चाबाबा आश्रम को स्थायी निर्माण के लिए पहले धन मुहैया करा चुके हैं। कुंभ के लिए मुख्यमंत्री 13 अखाड़ों में स्थायी निर्माण के लिए सवा करोड़ की धनराशि मुहैया करा चुके हैं। 12 अखाड़ों को धन मिल गया था, लेकिन दिगंबर अनी अखाड़े के पास जमीन नही थी, जिससे उसे पैसा नहीं मिला था। इधर अंदावा मोड़ पर अनी अखाड़े ने जमीन ले ली, जिसके बाद उन्हें आश्रम बनाने के लिए पैसा जारी कर दिया गया। 13-14 अक्टूबर को प्रयाग प्रवास के दूसरे दिन प्रोटोकॉल तोड़कर वह वेणी माधव के दर पर मत्था टेकने पहुंचे थे।

भ्रमण कर व्यवस्था देखी

मंदिर की व्यवस्थापक डॉ. विभूति त्रिपाठी ने योगी से वेणी माधव द्वार बनाने व धर्मशाला का जीर्णोद्धार कराने की मांग की थी। वहीं झूंसी स्थित प्रभुदत्त ब्रह्मचारी के आश्रम का भ्रमण करके वहां की व्यवस्था देखी थी। योगी से महंत रामानुजाचार्य व ब्रजेश ब्रह्मïचारी ने श्रद्धालुओं के रुकने के लिए भवन, शौचालय बनवाने की गुजारिश की थी। योगी ने वादा किया था कि वह जल्द कुछ कराएंगे। डॉ. विभूति कहती हैं कि योगी ने नगर देवता के सम्मान में जो किया है उससे श्रद्धालुओं को सहूलियत मिलेगी। स्वामी रामानुजाचार्य ने भी आश्रम के लिए पैसा जारी करने पर हर्ष जताया।

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