यह बैक्टीरिया ले रहा प्रतिदिन 1000 लोगों की जान

-टी बी के प्रशिक्षण के लिए इको लर्निंग मॉडल का शुभारंभ
-विश्‍व टीबी दिवस पर हुआ उद्घाटन

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो
लखनऊ। विश्व टीबी दिवस के अवसर पर केजीएमयू के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश नियंत्रण की स्टेट टास्क फोर्स के चेयरमैन डॉ सूर्यकांत ने स्टेट टीबी ऑफिस में इको लर्निंग मॉडल का उद्घाटन किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के निदेशक डॉ सुंदर लाल, स्टेट टी बी ऑफिसर डॉक्टर संतोष गुप्ता, स्टेट डिप्टी टी बी ऑफीसर डॉ ऋषि सक्सेना उपस्थित रहे।
आपको बता दें कि विश्व स्वास्थ संगठन द्वारा 24 मार्च को विश्व टीबी दिवस के रुप में मनाया जाता है ज्ञात रहे कि 24 मार्च 1882 को जर्मनी के एक चिकित्सक डॉक्टर रॉबर्ट कॉक ने टी बी के जीवाणु की खोज की थी इसीलिए हर वर्ष 24 मार्च को विश्व टीबी दिवस मनाया जाता है।

इस अवसर पर डॉ सूर्यकांत ने उत्तर प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों के चिकित्सक जिला क्षय रोग अधिकारी विश्व स्वास्‍थ्‍य संगठन के चिकित्सक एवं समस्त टी बी के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बताया कि टीबी भारत की एक प्रमुख स्वास्थ्य समस्या है, दुनिया के लगभग एक चौथाई टीबी के रोगी भारत में पाए जाते हैं। भारत में प्रतिदिन 1000 लोगों की मृत्यु टीबी के कारण होती है, इसी को देखते हुए भारत के प्रधानमंत्री ने भारत को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का संकल्प लिया है।
डॉ सूर्यकांत ने बताया कि इस संकल्प की पूर्ति के लिए हम सभी को मिलजुल कर कार्य करना होगा उन्होंने पहली बार इको लर्निंग मॉडल के माध्यम से टीबी की जांच एवं उपचार के तरीकों की नवीनतम जानकारी प्रदान की।

Back to top button