मौत के रास्तों पर बच्चों को स्कूल जाते देखेंगे… तो कांप जाएंगे आप

children-in-colombia-300x224स्कूल जाना हर बच्चे का सपना है। इस सपने को कई देशों में बच्चे अपनी जान पर लेकर पूरा कर रहे हैं। ये तस्वीरें देखकर आपके भी रौंगटे खड़े हो जाएंगे।

467 इंच की बारिश के साथ दुनिया के सबसे गीले स्थानों में एक भारत का मेघालय। मॉसिनरैम गांव के स्कूली बच्चे दहाड़ती हुई नदी पर रबड़ के पेड़ों के जरिए बने इस तरह अस्थाई और जोखिम भरे पुलों से रोजाना गुजरते हैं।

चीन के पहाड़ी गांव गुलू में बच्चे कुछ इस तरह के खतरनाक रास्ते से स्कूल जाते हैं

भारत के उत्तर में हिमालय के जांसकार में बर्फ के दुर्गम रास्तों से बच्चों को स्कूल के लिए जाना पड़ता है।

 

कोलंबिया में बगोटा से करीब 40 मील दूर रियो नीगरो नदी के पास के रहने वाले बच्चों को स्कूल जाने के लिए इस तरह तारों से लटककर करीब 800 मीटर का रास्ता नदी के ऊपर से तय करना होता है।

चीन के पिली में जब स्कूल शुरू होते हैं तो बच्चे करीब 125 मील का दुर्गम पहाड़ी रास्ता तय करते हैं, जहां कहीं-कहीं पैर रखने के लिए इंच भर जगह मिलती है। इस तरह बेहद जोखिम भरे रास्ते से बच्चे दो दिन में बोर्डिंग स्कूल पहुचते हैं।

इंडोनेशिया के सुमात्रा में बीती बारिश में पुल टूटने के बाद नदी के ऊपर से रस्सियों के सहारे जंगल से होकर स्कूल जाने का करीब 7 मील का रास्ता बच्चे इस तरह से तय करते हैं।

 दक्षिण चीन के झांग जिआवान गांव में पहाड़ों पर लड़की की कई सीढ़ियों से चढ़कर स्कूल जाना पड़ताहै।

 

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