मोदी का रेलवे को तोहफा, अब रेलवे की कोच की छतें होगीं कांच की

रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा है कि यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए मोदी सरकार लगातार काम कर रही है। अब रेलवे कोच की छतें कांच की होगीं । INDIAN RAILWAY यात्रियों के सफर को और मनोरंजक बनाने के लिए नए कोच लाने जा रही है। इन कोचेज में ग्‍लास सीलिंग (कांच की छत) और एक इंफोटेनमेंट सेंटर होगा। इंडि‍यन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्‍म कॉपरेशन (IRCTC) के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्‍टर डॉ. एके मनोचा ने कहा कि इस प्रोजेक्‍ट का मूल उद्देश्‍य पर्यटन को बढ़ावा देना और भारत तथा विदेश से रईस पर्यटकों को लुभाना है।

मोदी का रेलवे को तोहफा, अब रेलवे की कोच की छतें  होगीं कांच की

इन कोच का निर्माण साल 2015 से शुरू हुआ था, जिन्‍हें IRCTC, रिसर्च डिजाइंस एंड स्‍टैंडर्ड्स ऑर्गनाइजेशन (RDSO) और पेरंबूर की इंटीग्रल कोच फैक्‍ट्री (ICF) ने डिजाइन किया है। IRCTC के ग्रुप जनरल मैनेजर (इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर) धम गज प्रसाद ने कहा है कि इस तरह का पहला कोच इसी महीने (अक्‍टूबर) दौड़ने को तैयार है। 
अन्‍य तीन कोच इस साल दिसंबर में लगाए जाएंगे। मनोचा के मुताबिक के मुताबिक, पहला कोच कश्‍मीर की एक सामान्‍य ट्रेन में लगाया जाएगा जबकि बाकी दो को दक्षिण-पूर्वी रेलवे की खूबसूरत अराकू वैली (केके लाइन, वॉल्टियर स्‍टेशन) से गुजरने वाले ट्रेनों का हिस्‍सा बनाया जाएगा। स्विट्जरलैंड जैसे देशों में भी कुछ ट्रेनें कांच की छतों वाली हैं जिन्‍हें टूरिस्‍ट्स भरे रहते हैं। हमें लगता है कि ऐसे कोचेज भारत में रेल टूरिज्‍म को बदलकर रख देंगे। मनोचा ने कहा कि एरियल व्‍यू वाले कोचेज की ट्रेनों पर बाद में फैसला लिया जाएगा।
कांच की छत वाले एक कोच को बनाने में 4 करोड़ रुपए की लागत आती है। मनोचा के मुताबिक, कोच अल्‍ट्रा लग्‍जूरियस होंगे जिनमें घुमाई जा सकने वाली कुर्सियां होंगी तथा कांच की छत से एरियल व्‍यू मिलेगा। उन्‍होंने कहा कि इन कोचेज में आरामदायक सफर के लिए पैरों के लिए ज्‍यादा जगह होगी। पिछले महीने रेलवे ने प्रस्‍ताव दिया था कि ट्रेनों में स्‍टेट-आफ-द-आर्ट इंफोटेनमेंट सिस्‍टम, फिल्‍में, टेलिविजन शो, म्‍यूजिक, स्‍पोर्ट्स, किड्स शोज, आध्‍यात्‍म, गेम्‍स, राजतंत्र, समाचार, फैशन और लाइफस्‍टाइल के विकल्‍प दिए जाएं। 
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