मोजाम्बिक-जिम्बाब्वे में चक्रवात इडाई से 1300 लोगों के मरने की आशंका

चक्रवात इडाई से जिम्बाब्वे और मोजाम्बिक में 1300 से ज्यादा लोगों के मरने की आशंका जताई जा रही है. जिम्बाब्वे में अब तक करीब 100 लोगों की मौत हो चुकी है. लेकिन यह संख्या बढ़कर 300 पहुंच सकती है. वहीं, मोजाम्बिक में 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. जिम्बाब्वे सरकार के मंत्री जुलाई मोयो ने कैबिनेट की बैठक के बाद बताया कि अब तक 100 लोगों की मौत हो चुकी है. कुछ लोगों को कहना है कि यह 300 भी पहुंच सकती है, लेकिन हम इसकी पुष्टि नहीं कर सकते. कुछ शव पानी में बहर रहे हैं. कुछ बह कर मोजाम्बिक तक पहुंच गए हैं.
सूचना मंत्रालय के अनुसार कम से कम 217 लोग लापता हैं और 44 लोग फंसे हुए हैं. मोजाम्बिक के राष्ट्रपति फिलिप न्यूसी ने कहा कि यह मानवता की सबसे बड़ी आपदा है. इसमें मोजाम्बिक के 1000 लोगों की मौत हो चुकी है. 1 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित इलाकों में भेजा गया है.
सरकार ने सोमवार को तूफान के बाद आपातकाल राहत एवं आधारभूत संरचना को दुरुस्त करने के लिए 3455 करोड़ रुपए जारी किए. पड़ोसी देश मोजाम्बिक के मानीकलैंड, मासविंगो और पूर्वी प्रांत माशोनालैंड में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में चिमानीमनी जिला है, जहां अधिक लोगों की मौत हुई. सड़क और पुल बुरी तरह से क्षतिग्रस्त से हो गए हैं. बारिश और बाढ़ के कारण घरों के गिरने से हजारों लोग बेघर हो गए हैं. सरकार ने बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित कर अंतरराष्ट्रीय सहायता की अपील भी थी.
चक्रवात इडाई के रास्ते में आए 17 लाख से ज्यादा लोग और 20 हजार से ज्यादा घर
संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि मोजाम्बिक में 17 लाख लोग चक्रवात इडाई के रास्ते में सीधे तौर पर आए. वहीं मलावी में 9.20 लाख मलावी में प्रभावित हुए. जबकि जिम्बाब्वे में 20 हजार से ज्यादा घर क्षतिग्रस्त हुए हैं.

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