ओ तेरी!! क्रिकेट मैच में टीम के सभी 11 खिलाड़ियों को मिला था मैन ऑफ़ द मैच

क्रिकेट को अनिश्चितताओं से भरा खेल कहा जाता है. जब तक गेम में आखिरी गेंद न फेंक ली जाए, मैच के मुकद्दर के बारे में अंदाज़ा लगाना मुश्किल होता है. ‘जेंटलमैन गेम’ कहे जाने वाले इस गेम में कई ऐसी अप्रत्याशित घटनाएं भी हुई हैं जिन पर सहसा ही विश्वास करना मुश्किल होता है. जो लोग क्रिकेट काफी फॉलो करते हैं वे जानते होंगे कि एक ही टीम के या विपक्षी टीम के दो खिलाड़ियों को मैन ऑफ द मैच मिलना क्रिकेट में कई बार दोहराया जा चुका है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में ऐसे मैच भी हुए जब पूरी टीम को ही मैन ऑफ द मैच के पुरस्कार से नवाज़ा गया था? क्रिकेट के इतिहास में ऐसा महज़ दो बार हुआ है कि रेफरी ने मैन ऑफ द मैच एक या दो खिलाड़ियों को नहीं, बल्कि सभी 11 खिलाड़ियों को ये खिताब प्रदान किया था.

ओ तेरी!! क्रिकेट मैच में टीम के सभी 11 खिलाड़ियों को मिला था मैन ऑफ़ द मैच

1996 में न्यूज़ीलैंड और वेस्टइंडीज़ के बीच खेले गए इस मैच में न्यूज़ीलैंड ने बेहद धीमी पिच पर खराब शुरुआत करते हुए जल्दी जल्दी तीन विकेट गंवा दिए थे और बल्लेबाज़ी के लिए मुश्किल पिच पर न्यूज़ीलैंड केवल 158 पर ढेर हो गया. माना जा रहा था कि वेस्टइंडीज़ इस मुकाबले को आराम से जीत लेगा लेकिन न्यूज़ीलैंड ने शानदार गेंदबाज़ी और फील्डिंग करते हुए यह मुकाबला 4रनों से जीत लिया था. लेकिन सबसे रोमांचक पल तो मैच खत्म होने के बाद आया जब रेफरी बासिल बुचर ने न्यूज़ीलैंड के इस शानदार टीम प्रदर्शन को सराहते हुए पूरी टीम को ही मैन ऑफ़ द मैच का अवार्ड दिया था.

वहीं 1999 के एक टेस्ट मैच के दौरान भी यह घटना दोहराई गई थी. दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज़ के बीच खेले गए इस टेस्ट मैच में मैच रेफरी ने द.अफ्रीका के सभी 11 खिलाड़ियों को मैन ऑफ द मैच खिताब दिया था. इस मैच का अगर विश्लेषण किया जाए तो द. अफ्रीका के 11 में से 6 खिलाड़ी ऐसे थे जो बढ़िया प्रदर्शन से इस खिताब को डिजर्व करते थे, वहीं बाकि 4 खिलाड़ी ऐसे थे जिन्होंने मैच में अपनी टीम के लिए ठीक-ठाक योगदान दिया था.

केवल डैरेल कलिनन ही ऐसे खिलाड़ी थे जो इस मैच में खास प्रभाव डालने में नाकाम रहे थे. लेकिन कहा जाता है कि आंकड़ों से सारी कहानी साफ नहीं होती, कलिनन की प्रभावी फील्डिंग उनके काम आई और रेफरी ने सभी 11 खिलाड़ियों को मैन ऑफ द मैच का अवार्ड देने का निर्णय लिया.

गौरतलब है कि द. अफ्रीका ने वेस्टइंडीज का पांच मैचों की इस सीरीज में सफाया कर दिया था और मैच रेफरी डेनिस लिंडसे ने शायद दक्षिण अफ्रीकी टीम के इस ऐतिहासिक प्रदर्शन को देखते हुए ही ये फैसला किया था. हालांकि पूरी टीम को मैन ऑफ द मैच के कारणों का आज भी सही सही पता नहीं चला है, लेकिन माना जाता है कि रेफरी डेनिस लिंडसे 70 और 80 के दशक में वेस्टइंडीज़ क्रिकेट के कायल थे और अपने ज़माने की इस महान टीम का यूं शर्मनाक तरीके से सफाया कर देना आम बात नहीं थी. द.अफ्रीकी टीम का ये साहसिक प्रयास ही शायद रेफरी के अजीबोगरीब फैसले की वजह बना, जो क्रिकेट के बेहद दुर्लभ रिकॉर्डों में शुमार है.

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