मेक्सिको के राष्ट्र्रपति भी रूस की वैक्सीन लगवाने को तैयार

जुबिली न्यूज डेस्क
रूस की कोरोना वैक्सीन पर जहां कई वैज्ञानिकों ने चिंता जाहिर की है वहीं फिलीपींस के बाद अब मेक्सिको के राष्ट्रपति आंद्रेज मेनवेल लोपेज ओबराडोर ने भी रूस की कोरोना वैक्सीन लगवाने की इच्छा जतायी है।
राष्ट्रपति ओबराडोर ने कहा है कि यदि रूस की वैक्सीन प्रभावी साबित होती है तो वो इस लगवाने के लिए ख़ुद सामने आएंगे। इससे पहले फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो डुटेर्टे ने कहा था कि वो ख़ुद रूस की वैक्सीन लगाएंगे।
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मालूम हो कि रूस ने सिर्फ दो महीने के टेस्ट के बाद ही वैक्सीन के उत्पादन को मंज़ूरी दे दी है। इस वैक्सीन की पहली खेप का उत्पादन भी कर लिया गया है।
हालांकि इतने कम समय में वैक्सीन के उत्पादन को मंज़ूरी देने को लेकर अंतरराष्ट्रीय जगत में चिंताएं भी जाहिरकी गई है। बिना तीसरे चरण के ट्रायल के वैक्सीन का उत्पादन पर सवाल उठ रहा है।
कई वैज्ञानिकों ने चिंता जाहिर की है कि कहीं रूस राष्ट्रीय गौरव को सुरक्षा की तुलना में प्राथमिकता तो नहीं दे रहा है।  इस मामले में कुछ वैज्ञानिकों का कहना है कि सिर्फ 10 प्रतिशत क्लिनिकल ट्रायल ही कामयाब रहते हैं।
अपनी रोज़ाना प्रेसवार्ता में मेक्सिको के राष्ट्र्रपति लोपेज ओबराडार ने वैक्सीन के बारे में कहा है, ‘मैं सबसे पहले टीका लगवाने वालों में शामिल रहूंगा।’

दुनिया के अधिकांश देश जहां कोरोना की लड़ाई लड़ रहे हैं तो वहीं दुनिया भर में कोरोना वैक्सीन बनाने का काम भी चल रहा है। सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि कई देशों ने वैक्सीन तैयार कर ली है और उसका ह्यïूमन ट्रायल अंतिम चरण में हैं। तोीइसी बीच
दुनियाभर के देशों में वैक्सीन बनाने की रेस चल रही है। मेक्सिको और अर्जेंटीना की सरकार ने दवा निर्माता कंपनी एस्ट्राजेनेका के साथ वैक्सीन के उत्पादन के लिए करार किया है।
मेक्सिको के उप विदेश मंत्री का कहना है कि यदि तीसरे चरण का ह्यूमन ट्रायल कामयाब साबित होता है तो उनके देश को 20 करोड़ डोज की जरूरत पड़ेगी।
वैक्सीन की पहली खेप अगले साल अप्रैल तक उपलब्ध हो सकती है। मेक्सिको में अब तक 522162 संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना वायरस की वजह से 56577 मौतें भी हुई हैं।
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जल्द शुरू होगा रूस की वैक्सीन का तीसरे चरण का ह्यूमन ट्रायल
बीते सप्ताह कोरोना संक्रमण की वैक्सीन को अनुमति देने वाले रूस ने अपनी वैक्सीन स्पुतनिक-5 का एक वीडियो जारी किया है। रूस का दावा है कि ये वैक्सीन कोरोना वायरस को खत्म कर देगी।
रूस के दावों पर वैज्ञानिक भरोसा नहीं बल्कि चिंता जता रहे हैं। रूस में भी इस पर आपत्ति जतायी जा रही है।
रशियन डायरेक्ट इवेस्टमेंट फंड की ओर से जारी 38 सेकंड के वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे वैक्सीन स्पुतनिक-5 परिदृश्य में आती है और कोरोना संक्रमण को खत्म कर देती है।
स्पुतनिक न्यूज के अनुसार वैक्सीन के उत्पादन का एक वीडियो भी जारी किया गया है। बीते सप्ताह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दावा किया था कि रूस के रक्षा मंत्रालय और गामेलया इंस्टीट्यूट की ये वैक्सीन खासी प्रभावी है और कोविड-19 महामारी के खिलाफ शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली विकसित करती है।
वहीं रूस की तास न्यूज एजेंसी की खबर के मुताबिक टीके का फेज थ्री ह्यूमन ट्रायल अगले सात से दस दिनों के भीतर शुरू हो सकता है। रुस के मास्को क्षेत्र में होने वाले इस ट्रायल में दसियों हजार लोग हिस्सा लेंगे।
रूस में वैक्सीन का फेज-1 और फेज-2 ट्रायल बहुत तेज गति से हुआ है और इस प्रक्रिया को दो महीने के भीतर ही पूरा कर लिया गया है। सरकार ने वैक्सीन को मंज़ूरी फेज-3 ट्रायल शुरू होने से पहले ही दे दी थी।
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