मान्यताः शनिदेव को तेल क्यों चढ़ाया जाता है?

shani-54e849b71ec8a_exlst1प्राचीन मान्यता है कि शनि देव की कृपा पाने के लिए हर शनिवार को उनको तेल चढ़ाना चाहिए। जो लोग ऐसा करते हैं, उसे साढ़ेसाती और ढय्या में भी शनि की कृपा मिलती है। शनि देव को तेल क्यों चढ़ाते इसको लेकर हमारे ग्रंथो में कथाएं मिलती हैं।
कथा के अनुसार, रामायण काल में एक समय शनि देव को अपने बल और पराक्रम पर घमंड हो गया था। उस काल में भगवान हनुमान के बल और पराक्रम की कीर्ति चारों दिशाओं में फैली हुई थी। जब शनि देव को भगवान हनुमान के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई तो शनि देव भगवान हनुमान से युद्ध करने के लिए निकल पड़े। एक शांत स्थान पर हनुमानजी अपने स्वामी श्रीराम की भक्ति में लीन बैठे थे, तभी वहां शनिदेव आ गए और उन्होंने भगवान हनुमान को युद्ध के ललकारा।
 
युद्ध की ललकार सुनकर भगवान हनुमान ने शनिदेव को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। अंत में भगवान हनुमान भी युद्ध के लिए तैयार हो गए। दोनों के बीच घमासान युद्ध हुआ। युद्ध में भगवान हनुमान ने शनि देव को बुरी तरह हरा दिया।
युद्ध में भगवान हनुमान के किए गए प्रहारों से शनिदेव के पूरे शरीर में भयंकर पीड़ा होने लगी। इस पीड़ा को दूर करने के लिए भगवान हनुमान ने शनि देव को तेल दिया। इस तेल को लगाते ही शनिदेव की सभी पीड़ा दूर हो गईं। तभी से शनिदेव को तेल चढ़ाने की परंपरा शुरू हुई। शनिदेव पर जो भी व्यक्ति तेल चढ़ाता है, उसके जीवन की समस्त परेशानियां दूर हो जाती हैं और धन का अभाव खत्म हो जाता है।

 

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