मां की लोरी से बच्चे को मिलता है ये फायदा, आप होंगे इनसे अंजान

एक औरत के लिए मां बनने के अहसास से बढ़कर और कोई दूसरा सुख नहीं हो सकता है. कहते हैं बच्चा अपनी मां के सबसे करीब होता है. इसलिए वह बिना बोले भी अपनी बात को सबसे पहले अपनी मां का समझाता है. कई बार जब बच्चे घर में खिलौनों से नहीं खेलते या बाहर जाकर भी रोना बंद नहीं करते तो वह मां की गोद में जाते ही शांत हो जाता है. एक मां अच्छे से जानती है कि उसके बच्चे को उसकी आवाज में गाया हुआ गाना कितना सुकून देता है. उसके बेचैन मन को शांत करता है. इसलिए वह लोरी यानी एक मधुर संगीत से उसे शांत कर सुलाती है. मां की लोरी से बच्चे को मिलता है ये फायदा, आप होंगे इनसे अंजान

बच्चे को मां के करीब लाती है लोरी

लोरी में एक तरह की कशिश है, जो बच्चे पर जादू की तरह काम करती है. कहते हैं कि मां के द्वारा गाई जाने वाली लोरी बच्चे को मां के और करीब लाती है. कभी आपने भी गौर किया होगा कि बच्चा सबसे अधिक आवाज अपनी मां की पहचानता है. विशेषज्ञ कहते हैं कि ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लोरी के रूप में जो आवाज वह लगातार सुनता है, धीरे-धीरे वह उससे खुद को जुड़ा हुआ महसूस करने लगता है.

लोरी सुनकर खत्म होता है डर 

जानकार कहते हैं कि मां से लोरी सुनकर बच्चे के अंदर डर और खतरों के प्रति प्रतिरोध की भावना पनपती है. जिससे बच्चे का बौद्धिक और भावनात्मक विकास भी होता है. हाल में हुए एक शोध में यह बात सामने आई है कि बच्चों को लोरी सुनाने से उसकी सेहत ही नहीं बल्कि आपकी सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है.

लोरी से होता है मस्तिष्क का विकास 

मां की लोरी बच्चे को एक सुखद अहसास कराती है. लोरी बच्चे के मस्तिष्क के कई हिस्सों को एक साथ उत्तेजित करता है, जिसे मेडिकल की भाषा में ‘म्यूजिकल लर्निंग’ कहते हैं. जब बच्चा लोरी सुन रहा होता है. तब उसका असर उसके दिमाग के दो हिस्सों पर होता है. एक हिस्सा वह है, जो ध्वनियां सुनता और उनका विश्लेषण करता है. और दूसरा हिस्सा जिस पर संगीत का भावनात्मक असर होता है. इसलिए बच्चा जब भी अपनी मां की आवाज सुनता है, तो वह खुश हो जाता है. 

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