मलिहाबाद : हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल बने तीन दोस्त, घायल को खून देकर बचाई जान
मलिहाबाद। हरदोई की तरफ से आ रहा बाइक सवार अनियंत्रित होकर सड़क पर गिरकर बेहोश हो गया। उधर से गुजर रहे तीन दोस्तों ने बेहोशी की हालत में उस व्यक्ति को उठाकर लखनऊ ले जाकर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने ज्यादा खून बह जाने की बात बताई और खून की मांग की तो तीनों दोस्तों ने उस अनजान शख्स को अपना खून देकर उसकी जान बचा ली।
हरदोई के बिलग्राम निवासी मुइनुद्दीन (50 साल) बाइक से लखनऊ जा रहे थे। हरदोई लखनऊ रोड पर संडीला बॉर्डर पर उनकी बाइक अनियंत्रित होकर घिसटती चली गई। जिसमें मुइनुद्दीन घायल होकर बेहोश हो गए। उधर से रहीमाबाद निवासी अभिषेक सिंह यादव, विजय प्रताप सिंह, अम्मार गुजर रहे थे। उन्होंने घायल को अपनी कार से इलाज के लिए लखनऊ में ले जाकर भर्ती कराया। डॉक्टरों की मांग पर उन तीनों ने अपना खून देकर मोइनुद्दीन की जान बचा ली ।
परिजनों ने दी दुआएं
मुइनुद्दीन को जब होश आया तो उन्होंने अपना नाम पता बताया फिर उनके परिजनों को खबर की गई परिजनों को जब पूरी बात पता चली तो उन्होंने तीनों को खूब दुआएं दी।
मुइनुद्दीन बोले- नई जिंदगी इन तीनों की दी हुई
मुइनुद्दीन ने बताया कि वह घायल अवस्था में बेहोशी की हालत में पड़े थे। यह तीनों शख्स उन्हें अस्पताल ना ले जाते तो शायद उनकी वही मौत हो जाती। यह नई जिंदगी इन तीनों की दी हुई है इनके हम हमेशा आभारी रहेंगे।
हिन्दू- मुस्लिम एकता की मिसाल
दुर्घटना में घायल मुइनुद्दीन की जान बचाना हिंदू मुस्लिम एकता को भी दर्शाता है। यहां पर मुइनुद्दीन की जान बचा कर हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल कायम की है। इन लोगों से तमाम लोगों को सबक लेने की जरूरत है। इन तीनों ने मानवता को तवज्जो दी।