मजदूरी करते हुए अंगूठे के निशान घिसे 30 हजार लोग राशन लेने से हुए वंचित

नागपुर.”अंगूठा लगाआे-अनाज लो’ की योजना शुरू करने के बाद मेहनतकश लोगों के अंगूठे घिस जाने की अजीबोगरीब जानकारी सामने आई है। इस समस्या से निपटने के लिए सरकार ने अंगूठे की जगह बेस्ट फिंगर का विकल्प लाया है।
मजदूरी करते हुए अंगूठे के निशान घिसे 30 हजार लोग राशन लेने से हुए वंचित
– सरकार पॉस मशीनों में सुधार करते हुए अंगूठे की जगह उंगली से भी काम चलाने की योजना पर काम कर रही है। शहर में इस पर अगले महीने से अमल शुरू हो जाएगा।
– सरकारी अनाज सही व्यक्ति को मिले, इसलिए सरकार ने शहर के सभी 654 राशन दुकानों में पाइंट आॅफ सेल (पॉस) मशीनें दीं।
– 1 मई से इस पर काम भी शुरू हो गया। इस मशीन पर राशन कार्ड धारक अंगूठा लगाता है। मशीन संबंधित का अंगूठा ट्रेस करती है। अंगूठा ट्रेस करते ही संबंधित व्यक्ति को कितना अनाज दिया जाए, इसका िववरण आ जाता है। 1 मई से यह काम शुरू हुआ आैर दुकानदारों ने पास मशीन पर अंगूठा ट्रेस करके अनाज देना भी शुरू किया।
– सरकार का इरादा 1 जून से इसे अनिवार्य करने का है। अंगूठा लगाआे राशन लो की योजना के दौरान यह बात सामने आई कि कई लोगों के अंगूठे मशीन ट्रेस नहीं कर पाती। इसकी मुख्य वजह यह है कि मेहनतकश लोगों के अंगूठे घिस जाते हैं।
– सरकार ने इस समस्या को चुनौती के रूप में स्वीकार किया आैर बेस्ट फिंगर का ऑप्शन लाया। मशीन में सुधार किया जाएगा। अंगूठा काम नहीं करने पर उंगली ट्रेस की जाएगी।

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पूरी सीडिंग के बाद लागू करें पॉस मशीन
– राशन दुकानदार संघ नागपुर के अध्यक्ष सुभाष मुसले ने कहा कि पॉस मशीन पर अंगूठा ट्रेस नहीं होने पर हम राशन देने से मना कर सकते हैं। फिलहाल अंगूठे की प्रक्रिया अनिवार्य नहीं है, इसलिए हम उसे अनाज दे देते हैं।

– क्योंकि उस व्यक्ति को हम सालों से पहचानते भी है। यह प्रक्रिया अनिवार्य होने पर अंगूठा ट्रेस होना जरूरी है।
 
बाएं हाथ की बीच की उंगली पर है जोर
सरकार वैसे तो सभी 10 उंगलियों को इसमें शामिल करने जा रही है, लेकिन उसका मुख्य जोर बाएं हाथ की बीच की उंगली पर है। जानकारों का मानना है कि बाए हाथ की बीच की उंगली का प्रयोग बहुत कम होता है। यह उंगली घिसने की संभावना बहुत कम होती है। 15 जून से इस दिशा में काम शुरू हो जाएगा।
12 लाख लोगों को मिलता है अनाज
शहर में 2 लाख 75 हजार राशन कार्ड ऐसे हैं, जिस पर सरकारी राशन मिलता है। इसतरह 12 लाख लोगों को हर महीने सरकारी अनाज दिया जाता है। इसमें बीपीएल, अंत्योदय, अन्नपूर्णा व प्राधान्यगट के राशन कार्ड शामिल है। राशन कार्ड पर महिला सदस्य को प्रमुख बनाया गया है। सरकारी राशन लेने अक्सर महिला ही जाती है।
12 लाख लोगों को मिलता है अनाज
शहर में 2 लाख 75 हजार राशन कार्ड ऐसे हैं, जिस पर सरकारी राशन मिलता है। इसतरह 12 लाख लोगों को हर महीने सरकारी अनाज दिया जाता है। इसमें बीपीएल, अंत्योदय, अन्नपूर्णा व प्राधान्यगट के राशन कार्ड शामिल है। राशन कार्ड पर महिला सदस्य को प्रमुख बनाया गया है। सरकारी राशन लेने अक्सर महिला ही जाती है।
12 लाख लोगों को मिलता है अनाज
शहर में 2 लाख 75 हजार राशन कार्ड ऐसे हैं, जिस पर सरकारी राशन मिलता है। इसतरह 12 लाख लोगों को हर महीने सरकारी अनाज दिया जाता है। इसमें बीपीएल, अंत्योदय, अन्नपूर्णा व प्राधान्यगट के राशन कार्ड शामिल है। राशन कार्ड पर महिला सदस्य को प्रमुख बनाया गया है। सरकारी राशन लेने अक्सर महिला ही जाती है।
12 लाख लोगों को मिलता है अनाज
शहर में 2 लाख 75 हजार राशन कार्ड ऐसे हैं, जिस पर सरकारी राशन मिलता है। इसतरह 12 लाख लोगों को हर महीने सरकारी अनाज दिया जाता है। इसमें बीपीएल, अंत्योदय, अन्नपूर्णा व प्राधान्यगट के राशन कार्ड शामिल है। राशन कार्ड पर महिला सदस्य को प्रमुख बनाया गया है। सरकारी राशन लेने अक्सर महिला ही जाती है।
12 लाख लोगों को मिलता है अनाज
शहर में 2 लाख 75 हजार राशन कार्ड ऐसे हैं, जिस पर सरकारी राशन मिलता है। इसतरह 12 लाख लोगों को हर महीने सरकारी अनाज दिया जाता है। इसमें बीपीएल, अंत्योदय, अन्नपूर्णा व प्राधान्यगट के राशन कार्ड शामिल है। राशन कार्ड पर महिला सदस्य को प्रमुख बनाया गया है। सरकारी राशन लेने अक्सर महिला ही जाती है।
30 हजार लोगों के साथ हो रही परेशानी
खबर है कि 10 फीसदी से ज्यादा लोगों के साथ अंगूठा ट्रेस नहीं होने की समस्या है। 2 लाख 75 हजार राशन कार्ड है आैर इस हिसाब से करीब 30 हजार लोगों के अंगूठे घaिस चुके हैं, जो मशीन पर ट्रेस नहीं हो पा रहे हैं। इनमें 90 फीसदी महिलाएं हैं। जब ये लोग मशीन पर अंगूठा दबाते हैं, तो नॉन वेरिफाइड लिखकर आता है।
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