भूल से भी कभी महिलाओं को इस तरह से नहीं पहनना चाहिए मंगलसूत्र, वरना धीरे-धीरे बर्बाद हो जाता है पति का जीवन..

एक सुहागन स्त्री की सबसे बड़ी पहचान उसकी मांग का सिंदूर और उसके गले का मंगलसूत्र होता है जो उसकी ज़िंदगी में कई मायने रखता है। इसे विवाह और सुहाग की निशानी माना जाता है, यही नहीं बल्कि हर सुहागन इसे पहनकर अपने पति की लम्बी उम्र की कामना करती है। वहीं ज्योतिष में भी मंगलसूत्र को अति शुभकारक व मंगलकारक माना जाता है। माना गया है कि प्रत्येक स्त्री को मंगलसूत्र पहनते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए नहीं तो उनके सिर से उनके का सुहाग का साया हमेशा के लिए उठ भी सकता है।

ज्योतिशास्त्र के मुताबिक़ कभी भी एक स्त्री को दूसरी स्त्री का मंगलसूत्र नहीं पहनना चाहिए, इसे अशुभ माना गया है ऐसा करने से उस स्त्री के पति की आयु कम होती है और पति-पत्नी के बीच तनाव की स्थितियां बनने लगती हैं।

इसके अलावा कभी भी एक औरत को अपने गले से कभी मंगलसूत्र नहीं उतारना चाहिए। अगर किसी कारणवश आपको उतारना पड़े तो गले में एक काला धागा तुरंत बांध ले। माना जाता है कि मंगल सूत्र पहनने से पति को कभी भी किसी की बुरी नजर नहीं लगाती है वह हर बुरी बला से दूर रहता है।

इसलिए महिलाओं को हमेशा काले मोती का ही मंगलसूत्र पहनना चाहिए। मंगलसूत्र में सोने का होना जरुरी माना गया है ऐसा माना जाता है कि सोना गुरु के प्रभावों को कम करता है और पति-पति पत्नी के रिश्ते को मजबूत बनाता है।

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