भारत बंद पर विपक्ष को नहीं मिल रहा लोगों का समर्थन

नोटबंदी के फैसले को राजनीतिक मुद्दा बनाने की विपक्षी दलों को दिल्ली के बाजारों की एसोसिएशनों ने समर्थन देने से साफ इन्कार कर दिया है। वह नोटबंदी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर अपनी समस्या रखना चाहेंगे। व्यापारियों के रुख को देखते हुए दिल्ली में सत्तारूढ़ और नोटबंदी की मुखर आलोचक आम आदमी पार्टी के ट्रेड विंग ने भी आह्वान पर तटस्थ रुख अपना लिया है।

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विंग के संयोजक बृजेश गोयल के मुताबिक ट्रेड विंग ने यह फैसला दिल्ली के व्यापारियों पर ही छोड़ा है कि वह क्या रुख अपनाते हैं। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव आरपी सिंह ने सदर बाजार के व्यापारियों के साथ बैठक की। जिसमें व्यापारियों ने स्पष्ट किया कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में प्रधानमंत्री के फैसले के साथ हैं।

फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश यादव ने कहा कि 28 नवंबर को सदर बाजार की सभी दुकानें खुली रहेंगी। भारतीय उद्योग व्यापार मंडल दिल्ली के महासचिव व नया बाजार में खाद्य तेल कारोबारी हेमंत गुप्ता ने कहा कि दिल्ली के कारोबारी विपक्ष के भारत बंद के आह्वान के साथ नहीं है, क्योंकि यह देशहित में लिया गया फैसला है।

वहीं चांदनी चौक सर्व व्यापार मंडल के महासचिव संजय भार्गव के मुताबिक नोटबंदी के बाद व्यापारियों को होने वाली समस्याओं को दूर करने की सरकार ने काफी कोशिशें की हैं। इसलिए दुकानदार विपक्ष के साथ नहीं है।

एटीएम के बाहर लगी रहीं कतारें

महीने का चौथा शनिवार होने की वजह से बैंक बंद रहे। एटीएम के बाहर लंबी कतारें लगी रहीं। लोग सुबह से ही एटीएम की कतारों में दिखे। जहां 100 और 500-500 के नोट निकल रहे थे। वहीं, कई एटीएम मशीन में सुबह से ही नकदी नहीं थी। केंद्रीय सचिवालय के आस-पास के एटीएम में दोपहर बाद तक पैसे रहे तो भीड़ भी कम दिखी। जबकि चांदनी चौक, दरियागंज के एटीएम में दोपहर तक लंबी लाइनें लगी रही।

 

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