भाजपा को क्यों चाहिए अन्ना हजारे का साथ

जुबिली न्यूज डेस्क
दिल्ली में आम आदमी पार्टी के हाथों बुरी तरह पराजित होने वाली भारतीय जनता पार्टी को अरविंद केजरीवाल के खिलाफ झंडा बुलंद करने के लिए अब अन्ना हजारे का साथ चाहिए। बीजेपी ने पत्र लिखकर अन्ना हजारे का साथ मांगा हैं।
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने समाजसेवी अन्ना हजारे को पत्र लिखकर उनसे अपील की है कि वह केजरीवाल के खिलाफ आवाज बुलंद करने में उनका साथ दें।
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आम आदमी पार्टी अन्ना हजारे आंदोलन से ही निकली और देखते-देखते दिल्ली की सत्ता में काबिज हो गई। लोकपाल के मुद्दे पर केजरीवाल की जहां आलोचना हुई तो वहीं इसकी वजह से अन्ना हजारे भी लोगों के निशाने पर आ गए। हालांकि अन्ना हजारे ने केजरीवाल के सत्ता में जाने के बाद उनसे किनारा कर लिया।
केजरीवाल सरकार पर भ्रष्टाचार व सांप्रदायिक सियासत का आरोप लगाते हुए दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने अन्ना को पत्र लिखकर कहा है कि हम लगातार दिल्ली सरकार के देश व जन विरोधी नीतियों के खिलाफ लड़ रहे हैं। ऐसे में आपसे अनुरोध है कि दिल्ली आकर भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाएं और आंदोलन में हमारा साथ दें।
गुप्ता ने पत्र में लिखा है कि ठगा महसूस कर रहे दिल्ली के युवा व जन समुदाय को राहत देने के लिए एक बार फिर से आवाज बुलंद करनी होगी, तभी राजनीतिक शुचिता की नई शुरुआत होगी।
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा है कि वरिष्ठ समाजसेवी अन्ना हजारे काफी समय से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं और जनहित की समस्याओं को लेकर हमेशा आवाज बुलंद की है। उन्होंने कई भ्रष्ट नेताओं को उनकी सही जगह दिखाई।
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उन्होंने कहा कि अन्ना ने सूचना के अधिकार अधिनियम (आरटीआइ) के लिए भी जन आंदोलन किया था। इसी तरह 5 अप्रैल 2011 को दिल्ली के रामलीला मैदान में भ्रष्टाचार मिटाने के लिए जनलोकपाल विधेयक की मांग को लेकर तत्कालीन सरकार के खिलाफ उन्होंने आमरण अनशन किया था। इस आंदोलन से कुछ लोगों ने स्वच्छ राजनीति की वकालत करते हुए ‘आम आदमी पार्टी’ नामक राजनीतिक दल का गठन किया। चुनाव लड़े और दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में अरविंद केजरीवाल ने गद्दी संभाली। सरकार बनते ही नए चेहरे लाए गए।
गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी झूठे वादे, झूठे इरादों और सांप्रदायिक राजनीति के बल पर पुन: सत्ता में आ गई हैं। केजरीवाल सरकार की वजह से दिल्ली की जनता ने सांप्रदायिक दंगों का दंश झेला है। सरकार हर किसी राष्ट्रविरोधी के समर्थन में खड़ी दिखाई देती है।
उन्होंने कहा कि इसी तरह राजनीतिक चंदे के नाम पर फर्जी कंपनियों को बनाना और काले धन को सफेद करने की मशीन आम आदमी पार्टी बन गई है। सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक भ्रष्टाचार के नए अध्याय जोड़े हैं। ऐसी पार्टी व सरकार को अब दिल्ली में रहने का कोई हक नहीं है।

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