#बड़ी खबर: 33 फीसद भारतीय रिटायरमेंट के लिए करते हैं रेगुलर सेविंग

 देश में अब लोग कम उम्र में रिटायर होकर बाद में किसी अस्थाई काम को करना पसंद करने लगे हैं। 54 फीसद भारतीय कम उम्र में रिटायर होकर किसी दूसरे पार्ट टाइम काम में शामिल होना चाहते हैं, जबकि दुनियाभर में 56 फीसद लोगों को जल्द रिटायर होकर कोई अस्थाई काम हासिल करना पसंद है। एचएसबीसी की ‘फ्यूचर ऑफ रिटायरमेंट ब्रिजिंग द गैप’ रिपोर्ट में इसका दावा किया गया है।#बड़ी खबर: 33 फीसद भारतीय रिटायरमेंट के लिए करते हैं रेगुलर सेविंग

रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि भारत में सिर्फ एक तिहाई लोग नियमित तौर पर रिटायरमेंट के लिए बचत करते हैं। एचएसबीसी इंडिया में रिटेल बैंकिंग और वेल्थ मैनेजमेंट के हेड एस रामकृष्णमन के मुताबिक 65 साल की उम्र में लोगों की जरूरतें अलग होती हैं, जबकि 75 या 85 साल की उम्र में जाकर यह बदल जाती हैं।

जानकारी के मुताबिक एचएसबीसी की रिपोर्ट को तैयार करने के लिए 16 देशों में 16,000 वयस्कों की राय ली गई। इसमें ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, कनाडा, चीन, मलेशिया, मेक्सिको, फ्रांस, हांगकांग, इंडिया, इंडोनेशिया, तुर्की, यूएई, ब्रिटेन और अमेरिका के लोग शामिल हुए। इसके लिए Ipsos की ओर से ऑनलाइन रिसर्च की गई।

सर्वे के अनुसार नई पीढ़ी अब अपने ऊपर ज्यादा खर्च करना चाहती है। उसका ध्यान आने वाली पीढ़ी के लिए संपत्ति बचाने पर नहीं है। देश के 22 फीसद लोग चाहते हैं कि अगली पीढ़ी खुद अपने लिए संपत्ति तैयार करे। हालांकि, 13 फीसद लोगों का मानना है कि उन्हें अगली पीढ़ी के लिए ज्यादा से ज्यादा संपत्ति बचाने की चिंता है।

सर्वे में यह बात भी सामने आई कि 19 फीसद कामकाजी लोग अपनी बचत से भविष्य में नर्सिंग या केयर होम खोलना चाहते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, 45 फीसद का मानना है कि वे आज में जीना ज्यादा पसंद करते हैं, उन्हें भविष्य के लेकर पैसा बचाने को लेकर कोई चिंता नहीं है।

रिपोर्ट में सामने आया है कि रिटायरमेंट के बाद 76 फीसद लोग सुबह 9 से शाम 5 बजे की नौकरी से आजादी की उम्मीद कर रहे हैं। सर्वे में शामिल 68 पर्सेंट लोगों ने कहा कि वे रिटायरमेंट के बाद फिटनेस पर ज्यादा ध्यान देंगे। 

Back to top button