बहराइच: गलत इलाज से लखनऊ में युवक की मौत, सर्जन पर केस दर्ज
बहराइच। शहर के मोहल्ला सलार गंज निवासी एक युवक का गलत ऑपरेशन कर सर्जन ने उसे लखनऊ रेफर कर दिया। लखनऊ में 2 दिनों तक जीवन मौत से संघर्ष करने के बीच युवक ने बुधवार को दम तोड़ दिया। पुलिस ने इस मामले में गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उधर मामले को लेकर परिवार के लोग आंदोलित हैं।
शहर के मोहल्ला सलार गंज निवासी विशाल श्रीवास्तव ने कोतवाली देहात में दी गई तहरीर में कहा है कि उसके भाई प्रमोद श्रीवास्तव उम्र (40)वर्ष दोनों पैरों से निशक्त है। गॉलब्लेडर में पथरी होने के कारण डॉक्टर सर्वेश शुक्ला के पुलिस लाइन रोड स्थित हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। वहां पर ऑपरेशन के लिए पहले ₹2 लाख की मांग की गई। प्रमोद का कहना है कि डॉक्टर की ओर से बिना किसी परीक्षण के पेट मे बड़ी गम्भीर खराबी होने की बात भी बताई गई।
जबकि अल्ट्रासाउंड और जांच रिपोर्ट में कोई खराबी नही मिली। प्रमोद का कहना है कि जब अल्ट्रासाउंड और अन्य परीक्षण रिपोर्ट दुरुस्त होने की बात डॉक्टर से कही गई तो उन्होंने अनसुना कर दिया। जबकि अस्पताल के कर्मचारी जान का खतरा बताकर तुरन्त दो लाख की व्यवस्था करने का दबाव बनाने लगे।प्रमोद का आरोप है कि किसी तरह 25 हजार रुपये जमा किये और डॉक्टर के आगे रोया गिड़गिड़ाया लेकिन डॉक्टर ने कम पैसे मिलने के रोष में ऑपरेशन दौरान लिवर डैमेज कर जबरन डिस्चार्ज कर दिया है।
जब पीड़ित किसी प्रकार लखनऊ इलाज के लिए पहुचा तो वहां पता चला कि डॉक्टर सर्वेश शुक्ला ने लीवर डैमेज कर पेट के अंदर कपड़ा रखकर टांका मार दिया है। परिजन विशाल को लेकर लखनऊ पहुंचे वहां उसे भर्ती कराया गया। लेकिन 2 दिन के संघर्ष के बाद बुधवार सुबह विशाल ने दम तोड़ दिया। परिवारी जन रोते बिलखते शव लेकर लौट आए हैं।
पीड़ित परिवार ने डॉक्टर सर्वेश शुक्ला पर पैसा ठग कर भाई की जान से खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए कोतवाली देहात में तहरीर दी। एसपी डॉ विपिन मिश्रा कहना है कि परिवारी जनों की तहरीर पर केस दर्ज कर चिकित्सक के खिलाफ जांच शुरू की गई है।
खून रोकने के लिए भरी जाती है विशेष पट्टी
सर्जन डॉक्टर सर्वेश शुक्ला कहना है कि ऑपरेशन गलत नहीं किया गया है पेट मैं गैस्टिक की शिकायत थी। ऑपरेशन के दौरान खून अधिक निकलने पर कपड़ा रखकर टांका लगाया लगाया जाता है।यह ऐसा बैंडेज होता है जो टान्के के साथ ही गल कर निकल जाता है।