बदायूं से लड़ेगी संघमित्रा, सपा की बढ़ी परेशानी

दिल्ली ब्यूरो: समाजवादी पार्टी का मजबूत गढ़ मानी जाने वाली बदायूं लोकसभा सीट से भाजपा ने यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य को उम्मीदवार बनाया है। बदायूं सीट से वर्तमान में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के भतीजे धर्मेंद्र यादव सांसद हैं। संघमित्रा मौर्य को बदायूं के चुनाव मैदान में उतारकर भाजपा ने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है।
संघमित्रा मौर्य यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी हैं। संघमित्रा इससे पहले 2014 के लोकसभा में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर यूपी की मैनपुरी सीट से मुलायम सिंह यादव के खिलाफ भी चुनाव लड़ चुकी हैं। उस समय उनके पिता स्वामी प्रसाद मौर्य बसपा में थे। इसके अलावा 2012 के यूपी विधानसभा चुनाव में भी वो एटा जिले की अलीगंज विधानसभा सीट से सपा के खिलाफ बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ीं थी। हालांकि इन दोनों ही चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। भाजपा ने अब उन्हें सपा के मजबूत गढ़ बदायूं से टिकट दिया है। बदायूं सीट पर पिछले लंबे समय से समाजवादी पार्टी का कब्जा है।
बदायूं लोकसभा सीट से महागठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर सपा सांसद और मुलायम सिंह यादव के परिवार के सदस्य धर्मेंद्र यादव चुनाव मैदान में हैं। जबिक कांग्रेस ने बदायूं से पूर्व केंद्रीय मंत्री सलीम इकबाल शेरवानी को टिकट दिया है। धर्मेंद्र यादव 2009 से इस सीट से सांसद हैं और 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बावजूद 166347 वोटों के भारी अंतर से जीते थे।
वहीं, कांग्रेस उम्मीदवार सलीम इकबाल शेरवानी कांग्रेस में शामिल होने से पहले समाजवादी पार्टी में थे और बदायूं सीट से ही सपा के टिकट पर चार बार सांसद रह चुके हैं। ऐसे में भाजपा ने संघमित्रा मौर्य को चुनाव मैदान में उतारकर बदायूं की सियासी जंग को त्रिकोणीय बना दिया है।

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