बजट सत्र 2018: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का अभिभाषण आज, पेश होगा आर्थिक सर्वेक्षण

नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ सोमवार को बजट सत्र की शुरुआत होगी. कोविंद के अभिभाषण के बाद दोनों सदनों में आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश की जाएगी. वित्त मंत्री अरुण जेटली एक फरवरी को बीजेपी नीत एनडीए सरकार का इस कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट पेश करेंगे. बजट सत्र का पहला चरण नौ फरवरी को पूरा हो जाएगा.बजट सत्र 2018: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का अभिभाषण आज, पेश होगा आर्थिक सर्वेक्षण

दूसरा चरण पांच मार्च से छह अप्रैल के बीच होगा. इस बार के बजट में मजबूत रानीतिक संदेश हो सकता है क्योंकि 2019 में लोकसभा चुनाव होने वाला है. इस बजट में किसानों और गरीबों पर मुख्य रूप से ध्यान दिया जा सकता है. बजट से जुड़ी प्राथमिकताओं के अलावा सरकार कुछ महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कराने पर जोर दे सकती है.

सरकार बजट सत्र में तीन तलाक विरोधी विधेयक को पारित कराने की पुरजोर कोशिश करेगी, हालांकि विपक्ष से उसे कडे़ विरोध का सामना करना पड़ सकता है. तीन तलाक संबंधी कानून के अलावा सरकार ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने वाले विधेयक को पारित कराने की कोशिश करेगी. ये दोनों विधेयक राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हैं.

बजट सत्र को सार्थक बनाने के लिए रचनात्मक माहौल बनाएं: मोदी

आज से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को सभी राजनीतिक दलों को बजट सत्र को सार्थक बनाने के लिए रचनात्मक माहौल बनाने की अपील की. संसद के बजट सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में विभिन्न दलों के लोकसभा और राज्यसभा के सदन के नेताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार सभी राजनीतिक दलों की ओर से उठाए गए मुद्दों को पूरी प्राथमिकता देती है. प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि सभी राजनीतिक दलों को बजट सत्र को सार्थक बनाने के लिए रचनात्मक माहौल बनाना चाहिए. 

मोदी सरकार का यह अंतिम बजट होगा: थरूर

कांग्रेस सांसद व लेखक शशि थरूर का कहना है कि आगामी आम बजट मोदी सरकार का अंतिम बजट होगा. तिरुवनंतपुरम से सांसद थरूर ने कहा कि यह मोदी सरकार का अंतिम बजट होने वाला है और इस बजट में कुछ निराशाजनक कदम उठाने की बात हो सकती है, मसलन रोजगार का जिक्र किया जा सकता है.

थरूर ने कहा कि उन्होंने जो वादे किए है उनपर अवश्य कायम रहना चाहिए. इसलिए ध्यान खींचने के लिए वे रोजगार को लेकर कुछ कर सकते हैं. थरूर ने मोदी पर सीधा हमला करते हुए कहा कि जिसने कहा कि न खाऊंगा और न खाने दूंगा वो आज पकौड़े की बात करने लगे हैं. वो नही समझते कि लोग चाय और पकौड़े इसलिए बेच रहे हैं क्योंकि नौकरियां नहीं हैं.

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