प्राइवेट हॉस्पिटल ‘सिक्स सिग्मा’ बनेगा 300 बेड का कोविड-19 हॉस्पिटल

नई दिल्ली: देश में कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य और प्रबंधन के क्षेत्र में विख्यात संस्था ‘सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर’ के कार्यालय को क्वारंटाइन हाउस में बदलने का निर्णय लिया है। खास बात यह है कि स्वयं सिक्स सिग्मा नामक इस निजी कंपनी ने भारत सरकार को यह पेशकश की, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। कंपनी के चेयरमैन डॉ. प्रदीप भारद्वाज ने सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे से मुलाकात की। चौबे के साथ ही उन्होंने संयुक्त सचिव सुनील शर्मा व डॉ. एन. के. धमीजा से भी मुलाकात की।
डॉ. प्रदीप भारद्वाज ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजे प्रस्ताव में कहा, “आप हमारा पूरा मेडिकल स्टाफ ले लीजिए या दिल्ली के नजफगढ़ स्थित हमारी बिल्डिंग (सिक्स सिग्मा हाऊस) को ही कोविड-19 हॉस्पिटल में बदल दिया जाए।” सुनील शर्मा ने सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर के इस कदम का स्वागत किया और एम्स, दिल्ली को निर्देश देते हुए कहा, “सिक्स सिग्मा को एक सैम्पल कोविड-19 पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट) दिया जाए, ताकि सिक्स सिग्मा इस बीमारी से लड़ने के लिए अपनी पूर्ण तैयारी कर सकें।”
प्राइवेट हेल्थकेयर सेक्टर में यह किसी कंपनी का पहला अनूठा कदम है, जिसने स्वयं आगे बढ़कर लोगों की सेवा करने की मिसाल पेश की है। सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर के मुख्य कार्यकारीधिकारी डॉ. प्रदीप भारद्वाज ने कहा, “सिक्स सिग्मा देश की पहली प्राइवेट कंपनी है, जिससे भारत सरकार ने कोविड-19 से लड़ने के लिए हाथ मिलाया है। सिक्स सिग्मा हाऊस में लोगों की थर्मल स्कैनिंग व क्वारंटाइन किया जाएगा तथा उन्हें बीमारी के इलाज के लिए काउंसिलिंग उपलब्ध कराई जाएगी और उपचार हेतु दिया जाएगा। कोरोना को रोकने की यह पूरी कवायद भारत सरकार के निर्देशों के तहत बिना किसी लाभ के की जाएगी।”
डॉ. भारद्वाज ने कोविड-19 के बारे में बताया, “वायरस जनित इस बीमारी के लक्षण दूसरी बीमारियों से भिन्न हैं। इस बीमारी के वायरस का असर मानव शरीर में श्वास नली के माध्यम से धीरे-धीरे फैलता है और फेफड़ों में संक्रमण पैदा करता है, जिससे पीड़ित व्यक्ति को श्वास लेने में परेशानी होने लगती है।” कोविड-19 को संक्रमण दूसरे व्यक्तियों में न फैले, इसलिए पीड़ित को कम से कम 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन में रखा जाता है तथा उस पर दूसरे लोगों से मिलने पर पाबंदी लाई जाती है। इस बीमारी को फैलने से रोकने का सबसे कारगर उपाय है कि मुलाकात के दौरान दूरी बनाकर मिलें। हाथ न मिलाएं। हाथ जोड़कर नमस्ते करें। किसी वस्तु को हाथ लगाने के बाद साबुन से हाथ जरूर धोएं।
गौरतलब है कि हाई ऑल्टीट्यूड क्षेत्रों में आने वाली विपदाओं के समय सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करने वाली सिक्स सिग्मा स्टार हेल्थकेयर वर्तमान में देश के 350 हॉस्पिटलों का प्रबंध करने के साथ-साथ युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराती है। डॉ. भारद्वाज ने कहा, “दूसरे प्राइवेट अस्पतालों को इस संकट की घड़ी में सरकार को सहयोग देना चाहिए और अपने हॉस्पिटल को कोविड-19 में बदलना चाहिए।”

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