पैदा होते ही बच्चे को रुलाना होता हैं बेहद जरुरी, जानें इसके पीछे की वजह…

माँ-बाप बनना हर कपल्स का सपना होता है। हर कोई अपने घर में बच्चे की किलकारियां सुनना पसंद करता है। जब बच्चा पैदा होता है तो उसके रोने को लेकर आपने तरह-तरह की बातें सुनी होंगी। कई बार बच्चा जब जन्म के तुरंत बाद रोता नहीं है, तो डॉक्टर या नर्स उसे किसी तरह रुलाते हैं। अब सवाल उठता है कि आखिर जन्म के बाद बच्चे के लिए रोना क्यों जरूरी है।

बच्चे को क्यों रुलाते है: 

पहली बार बच्चे का रोना न सिर्फ सेहतमंद तरीके से प्रजनन का संकेत है, बल्कि रोने के साथ-साथ नवजात के फेफड़े भी सांस लेने के लिए पूरी तरह तैयार हो जाते हैं।

इन सबके लिए रोने की क्रिया महत्वपूर्ण काम करती है। दरअसल रोते समय बच्चा गहरी सांस लेता है। यही वजह है कि जन्म के बाद अगर बच्चा खुद नहीं रोता है, तो उसे हल्की सी चपत लगाकर रुलाया जाता है।

प्रसव की क्रिया मां और बच्चे दोनों के लिए कष्टदायक होती है। बच्चा बहुत संकरे मार्ग से निकलकर दुनिया में आता है।

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