पिता को देखने बाहर निकले बेेटे का पैर फिसला, ट्रेन से कटने पर मौत

अमृतसर/जालंधर.पिता के साथ काम के सिलसिले में मीटिंग करने के लिए करनाल जा रहा 21 साल के युवक महीप सिंह निवासी ग्रीन फील्ड अजनाला रोड की रविवार सुबह करीब आठ बजे जालंधर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के नीचे कटकर मौत हो गई।
घटना के समय महीप के पिता महिंदर सिंह भी उसके साथ थे। वह स्टेशन पर पानी लेने के लिए नीचे उतरे थे। इसी दौरान ट्रेन चल पड़ी तो वह पिछले डिब्बे में सवार हो गए। पिता को देखने के लिए महीप ट्रेन के दरवाजे तक आया तो उसका पैर फिसल गया नीचे लाइनो पर जा गिरा। ट्रेन उसके ऊपर से निकली तीन टुकड़े हो गए।हर कोई व्यक्ति महीप की सादगी शरीफी की तारीफ करता था…
इससे मौके पर ही महीप ने दम तोड़ दिया। तुरंत मौके पर जीआरपी पहुंची जायजा लेकर बनती कार्रवाई शुरु कर दी। रविवार शाम को महीप का अंतिम संस्कार कर दिया गया। बड़ी बात यह है कि पिता को खुद पता नहीं चला कि उनके बेटे की मौत हो चुकी है। वहीं दूसरी तरफ इस बारे जब अमृतसर महीप के घर पता चला तो पूरे इलाके में मातम छा गया। आस-पास के लोगों की जुबान पर एक ही बात थी कि महीप के साथ ऐसा-कैसे हो गया। इलाके में हर कोई व्यक्ति महीप की सादगी शरीफी की तारीफ करता हुआ दिखाई दिया।
 
कैंट स्टेशन पर उतर कर लौटे पिता तो पता चला बेटा नहीं रहा…
पानी लेकर चढ़े पिता महिंदर सिंह जब अपने कोच डी-5 में सीट नंबर 71 पर आए तो देखा बेटा अपनी सीट पर नहीं था। आस-पास के लोगों से पूछने लगे। तभी ट्रेन में किसी ने बताया वह आपको ढूंढते हुए गेट पर गया था। और वापस नहीं आया। जब ट्रैक कैंट में रुकी तो वह उतर गए और वापस स्टेशन गए। स्टेशन पहुंचे तो पता चला कि बेटा ट्रेन के नीचे गया। और उसकी मौत हो गई है।
 
दो बहनों का इकलौता भाई था…
महीप अपनी दो बड़ी बहनों का इकलौता भाई था। बड़ी बहन मनरूप कौर की शादी हो चुकी है और छोटी बहन गुन रूप कौर एमबीए की पढ़ाई कर रही हैं। उसकी माता जसविंदर कौर (58) प्राइवेट स्कूल टीचर है। पिता खालसा कालेज में फिजिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट में सुपरिंटेंडेंट है।
 
वेब डिजाइनिंग सीख रहा था…
महीप प्राइवेट पढ़ाई कर रहा था। इसके साथ-साथ वह वेब डिजायनिंग का डिप्लोमा भी कर रहा था। जालंधर के टैगोर नगर निवासी महीप के मौसा डा. इंद्रपाल सिंह भाई साहिब प्रीत सिंह ने बताया उसे वेब डिजायनिंग में काफी रुचि थी। वह कंप्यूटर पर हमेशा लगा रहता था। पढ़ाई के साथ वह पार्ट टाइम वेब डिजाइनिंग का काम भी करता था। इसी में वह अपना करियर बनाना चाहता था। इसी सिलसिले में करनाल की किसी कंपनी में मीटिंग करने के लिए आज वह अपने पिता के साथ जा रहा था।
 
 
 
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