पंजाब के दो लोगों को सऊदी अरब में दी सजाए मौत, और यहां परिवार ढ़ूंढता ही रहा गया

 पंजाब के दो लोगों को सऊदी अरब में सजाए मौत की सजा सुनाकर उनका सिर कलम कर दिया गया, लेकिन उनके परिवार को इस बारे में जानकारी तक नहीं दी गई। परिजन उनके सऊदी अरब में फंसे रहने की आशंका के कारण पता लगाने में जुटे रहे। उनका पता लगाने और वापस भारत लाने के लिए हाई कोर्ट में अपील की तो पता चला कि दोनों को सऊदी अरब में 28 फरवरी को सजाए मौत दी जा चुकी है।

सऊदी अरब में दो पंजाबियों को गला रेत कर मौत की सजा पर कैप्टन विदेश मंत्रालय पर भड़के

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इन दो पंजाबियों को गला रेत कर मौत की सजा देने को बर्बर व अमानवीय बताया है। उन्होंने विदेश मंत्रालय से नाराजगी जाहिर की है कि वह इस घटना को रोकने में नाकाम रहा। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह इस मामले पर विदेश मंत्रालय से विस्तृत रिपोर्ट मांगेंगे।

सतविंदर और हरजीत का 28 फरवरी को सऊदी अरब में कर दिया गया था सिर कलम

गौरतलब है कि 28 फरवरी को होशियारपुर के सतविंदर और लुधियाना के हरजीत सिंह को सऊदी अरब में गला रेत कर मौत की सजा दी गई थी। अमरिंदर ने कहा कि यह बड़ी हैरानी वाली बात है कि आज के दौर में भी ऐसा हो रहा है। कैप्टन ने विदेश मंत्रालय से इस बात को लेकर नाराजगी जाहिर की है कि जब तक सतविंदर की पत्नी ने याचिका दायर नहीं की, तब तक विदेश मंत्रालय ने इस घटना को जाहिर नहीं किया।

कैप्टन ने कहा कि वह विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से संपर्क करेंगे ताकि कथित तौर पर हत्या के एक मामले में पंजाब के दो लोगों को दी गई मौत की सजा पर जानकारी हासिल की जा सके। उन्होंने कहा कि यह घटना अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून का घोर उल्लंघन थी। संयुक्त राष्ट्र व अन्य वैश्विक मानवाधिकार संगठनों को इस घटना का गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिए और सऊदी अरब पर दबाव डालना चाहिए कि वह अपनी प्राचीन व बर्बर प्रथाओं को खत्म करे। उन्होंने कहा कि वह विदेश मंत्रालय हस्तक्षेप करने के लिए कहेंगे ताकि उनके शव परिजनों को मिल सकें।

बता दें कि सऊदी अरब गए अपने पति सतविंदर सिंह का पता लगाने के लिए जब पत्नी ने हाईकोर्ट में याचिका दी तो उसे पता चला है कि उसके पति और उसके एक साथी को सऊदी अरब में मौत की सजा दे दी गई है। विदेश मंत्रालय ने दोनों के परिवारों को इसकी कोई सूचना तक नहीं दी।

दसूहा (होशियारपुर) निवासी सीमा का पति सतविंदर सिंह और उसका एक साथी समराला के अधीन पड़ते गांव कुब्बे का हरजीत सिंह पिछले कुछ साल से एक भारतीय की हत्या के आरोप में ही सऊदी अरब की जेल में बंद थे। दरअसल, 2015 में सऊदी अरब में कंपनी में कुछ भारतीयों का आपस में झगड़ा हो गया था और इसमें एक मारा गया था।

मामले में वहां की पुलिस चार लोगों को हिरासत में लिया था। इनमें से सतविंदर सिंह और हरजीत को हत्या का दोषी पाया था। इसके बाद दोनों को सऊदी अरब की पुलिस ने रियाद जेल भेज दिया। वहां की कोर्ट ने दोनों को हत्या का दोषी पाया था और इस्लामिक कानून के मुताबिक सिर कलम कर देने के आदेश दिए थे। पिछले महीने 28 फरवरी को सतविंदर और हरजीत के सिर कलम कर दिए गए थे।

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2015 में हुई थी पति से आखिरी बार बात

सीमा ने बताया कि उसकी पति के साथ अंतिम बार 31 अक्टूबर 2015 को बात हुई थी। तब सतविंदर ने कहा था कि उसका वीजा खत्म होने वाला है। इसके बाद दोबारा पति से कोई बात नहीं हो सकी।

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मंत्रालय ने नहीं दी अधिकारिक सूचना

हरजीत के बड़े भाई गुरदेव सिंह ने बताया कि उनका छोटा भाई हरजीत सिंह वर्ष 2007 में सऊदी अरब गया था। वहां वह अल-मजीद कंपनी में  ड्राइविंग करता था। रियाद जेल में बंद भाई को बचाने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को भी पत्र लिखे। समाज सेवी एसपी सिंह ओबराय और बलवंत सिंह रामूवालिया की बेटी अमनजोत कौर से भी संपर्क किया। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

बीती 24 फरवरी को उसकी अपने भाई हरजीत सिंह रियाद जेल से फोन पर बात हुई। तब तक उसे यह जानकारी नहीं थी कि उनका 28 फरवरी को सिर कलम कर दिया जाएगा। उसने बताया कि अभी तक हमें मंत्रालय या दूतावास से उसकी मौत की आधिकारिक सूचना या चिट्ठी प्राप्त नहीं हुई।

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