तो इस बच्ची के लिए न्यूजीलैंड में आतंकी ने मचा दी तबाही, पूरी कहानी जानकर हिल जाओगे…

न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च शहर में हुए आतंकी हमले से ना ही मात्र न्यूजीलैंड बल्कि पूरी दुनिया दहल गयी. हमलावर आतंकी के निशाने पर वहां की दो मस्जिदें थीं. खबरों के अनुसार, हमला करने वाला एक ऑस्ट्रेलियन है. उसका नाम ब्रेंटन टैरंट बताया गया है. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह हमला उसने एक बच्ची की हत्या का बदला लेने के लिए अंजाम दिया था.

न्यूजीलैंड में शुक्रवार को नमाज के समय लगभग डेढ़ बजे दोपहर में ये हमला हुआ. जिसमें 50 लोग मारे गए और इतने के ही करीब घायल भी हुए. इस पूरे मामले में जिस व्यक्ति का नाम आ रहा है, उसने अपने हमले की वीडियो फेसबुक पर लाइव की थी. इससे पहले उसने एक पोस्ट भी लिखा था कि उसने आखिर ये हमला क्यों किया.

हमलावर ने खुद को स्कॉटिश, इंग्लिश, और आयरिश माता-पिता की संतान बताया है. इसके साथ ही उसने खुद को एक सामान्य व्हाईट परिवार का सदस्य भी बताया है जिसके चलते उसे नस्लवादी भी करार दिया जा रहा है. हमलावर आतंकी ने अपने संदेश में लिखा था कि, ‘एब्बा एकरलैंड का बदला लेने के लिए ये हमला हो रहा है.’

ब्रेंटन ने अपने मैनिफेस्टो में लिखा,‘घुसपैठियों के हाथों एब्बा की मौत, उसकी हिंसक हत्या की बेहूदगी और उसे रोक ना पाने की मेरी मजबूरी, मुझे चीर गई और मेरी नफरत बढ़ गई. मैं और इस तरह के हमलों को नज़रंदाज़ नहीं कर पाया’. बताया जा रहा है ब्रेंटन एब्बा की मौत का बदला लेने का प्लान लंबे समय से बना रहा था.

कौन थीं एब्बा

एब्बा एकरलैंड 12 साल की छोटी बच्ची थी जो अप्रैल 2017 में स्वीडन के स्टॉकहोम में हुए आतंकी हमले में मारी गई थी. उस हमले में पांच लोगों की मौत हुई थी. स्वीडन में ये हमला उज्बेकिस्तान से आये हुए एक प्रवासी ने किया था जिसके चलते ब्रेंटन का निशाना प्रवासियों का उपासना स्थल मानी जाने वाली एक मस्जिद बनी.

न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डर्न ने इसे आतंकवादी हमला करार देते हुए पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदनाएं जताई हैं. न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री इस दौरान मुस्लिम परिवारों के पास हिजाब में पहुंचीं, उन्हें गले लगाया और मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी. उनके चेहरे पर मायूसी थी.

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