नोटिस के बाद भी निजामुद्दीन मरकज़ में ठहरे थे लोग

न्यूज डेस्क
कोरोना वायरस से देश में दशहत का माहौल है। पीएम मोदी ने इसे फैलने से रोकने के लिए देश में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन घोषित है, लेकिन कोरोना के रोजाना ही पॉजिटिव मामले सामने आ रहे हैं।
दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित तबलीगी जमात के सेंटर (मरकज) में कई कोरोना संक्रमित लोग पाए गए हैं। जिसके बाद राजधानी में हड़कंप मच गया है।
खबरों की माने तो दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्थित मरकज में मलेशिया, इंडोनेशिया, सऊदी अरब और किर्गिस्तान सहित 2,000 से अधिक प्रतिनिधियों ने 1 से 15 मार्च तक तब्लीग-ए-जमात में हिस्सा लिया था। कोरोनावायरस के चलते मरकज से अब तक कुल 860 लोगों को निकालकर अलग-अलग अस्पतालों में पहुंचाया जा चुका है। वहीं अभी 300 और लोगों को निकाल कर अस्पताल ले जाया जाएगा।
बता दें कि तबलीगी जमात का सेंटर होने के चलते देश ही नहीं, पूरी दुनिया से लोग यहां आते हैं। इसके बाद उन्हें अलग-अलग समूहों में विभिन्न शहरों और कस्बों में इस्लाम के प्रचार-प्रसार के लिए भेजा जाता है। इन्हें इलाकों की चिट दी जाती है, जिनमें मस्जिदों का ब्योरा होता है। ये लोग वहां पहुंचते हैं और मस्जिदों में ठहरते हैं। हाल ही में यहां आयोजित एक कार्यक्रम में भारी संख्या में लोग जुटे थे।

वहीं, मरकज से जुड़े मामले में साउथ-ईस्ट दिल्ली के डीसीपी आरपी मीणा ने कहा कि हमने कार्यक्रम को रद्द और भीड़ न एकत्रित करने को लेकर 2 बार नोटिस (23 मार्च और 28 मार्च ) दिया था। साथ ही आग्रह किया था कि कोरोना महामारी फैली है, इसलिए कार्यक्रम का आयोजन रद्द कर दें। लेकिन नोटिस देने के बाद भी कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जो लॉकडाउन के आदेशों का उल्लंघन है। अब दिल्ली पुलिस इस मामले में कार्रवाई करेगी।

गौरतलब है कि यहां पर कार्यक्रम 1 मार्च से 15 मार्च के बीच था, लेकिन विदेशों से आए लोग रुके हुए थे। जबकि दिल्ली पुलिस का कहना है कि इन्हें 23 और 28 मार्च को नोटिस दिया गया।
इस बारे में जमात के मौलाना यूसुफ ने सफाई दी है कि लॉकडाउन लागू होने से पहले ही वहां पर देशी विदेशी गेस्ट ठहरे हुए थे। लिहाजा उन्होंने सरकार के आदेश का पालन किया कि जो जहां है, वहीं पर ठहरा रहे।
अंडमान में मिले 10 पॉजिटिव मामले
दूसरी ओर अंडमान में कोरोना वायरस के 10 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। संक्रमित पाए गए लोगों में से 9 दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित तबलीगी जमात के सेंटर (मरकज) से लौटे थे। ये सभी 9 लोग 24 मार्च को अलग-अलग फ्लाइट्स से अंडमान पहुंचे थे।
मरकज के मौलाना के खिलाफ केजरीवाल सरकार एफआईआर दर्ज कराएगी। तबलीगी जमात के सेंटर से रविवार को दिल्ली के LNJP अस्पताल में 34 लोगों को जांच के लिए लाया गया था और सभी कोरोना संक्रमण के संदिग्ध बताए जा रहे हैं। इसमें एक 64 साल के व्यक्ति की मौत हो गई। वो तमिलनाडु का रहने वाला था।

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