नहीं पहुंचा मंत्री रामपाल का बेटा, सुहागन की तरह हुई प्रीति की अंतिम विदाई

उदयपुरा। आखिर 36 घंटे बाद प्रीति शादी के जोड़े में विदा हुई। शव यात्रा में परिवार मोहल्ले के साथ समाज के लोग शामिल हुए। हालांकि आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं होने पर समाज के लोगों में नाराजगी देखी गई। समाज ने जांच के बाद भी मामला दर्ज नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है। घटना के दूसरे दिन दोपहर तक परिजन चाहते थे कि मंत्री रामपाल सिंह प्रीति का शव लें और सुहागन की तरह उनका बेटा गिरजेश अंतिम संस्कार करे। लेकिन मंत्री ने शव लेने से इंकार कर दिया।

नहीं पहुंचा मंत्री रामपाल का बेटा, सुहागन की तरह हुई प्रीति की अंतिम विदाईदोपहर बाद प्रीति के परिजन ने शव लिया और सुहागिन की तरह सजाकर उसका अंतिम संस्कार किया। भाई दीपक ने उसे मुखाग्नि दी। प्रीति रघुवंशी ने शनिवार सुबह 5 बजे के रायसेन जिले के उदयपुरा स्थित अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। आरोप है कि बीते साल प्रीति से गिरजेश भोपाल स्थित आर्यसमाज मंदिर में शादी कर चुका था। घटना के बाद मृतका प्रीति के पिता चंदन सिंह व परिजन ने आरोप लगाया था कि प्रदेश के लोकनिर्माण मंत्री रामपाल सिंह के बेटे गिरजेश राजपूत की दूसरी जगह शादी तय होने से प्रीति ने यह कदम उठाया है।

6 साल से चल रहा था प्रेम प्रसंग

प्रीति के परिजन के मुताबिक गिरजेश और प्रीति का प्रेम 6 साल से चल रहा था और परिजनों को इसकी जानकारी थी। दोनों धार्मिक प्रवृत्ति के थे, इसलिए अक्सर धार्मिक कार्यक्रमों में ही मिलते थे। प्रीति के भाई और बड़े पापा के बेटे मनजीत सिंह रघुवंशी ने बताया कि 20 जून 2017 को प्रीति अपने छोटे भाई नीरज के साथ इलाज कराने भोपाल गई थी।

वही गिरजेश भी पहुंच गया और नेहरूनगर स्थित आर्य समाज मंदिर में शादी की रस्में पूरी की। नीरज ने फोन पर चाचा जय सिंह को बताया भी था कि प्रीति शादी कर रही है, तब चाचा ने यह कह दिया था कि करने दो। जय सिंह ने बताया कि रामपाल और गिरजेश के गुरुजी ने दोनों से शादी करवाने का वादा भी किया था। गिरजेश के कहने पर ही गुरूजी ने मुझे वहां बुला कर कहा था कि दोनों की शादी होने दो, मैं रामपाल को मना लूंगा।

लेकिन, 2 माह से गुरूजी भी दूसरी जगह शादी करने का कहने लगे थे। पीएम रिपोर्ट: प्रीति के शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में लिखा है कि प्रीति के गले की हड्डी में फ्रेक्चर और रीढ़ की पहली हड्डी का सरकना पाया गया। इन दोनों स्थान पर कंजेक्शन और क्लॉट पाया गया। मृत्यु का कारण एप्टीमार्टन हैंगिंग बताया गया है।

जांच में सारे तथ्य सामने आएंगे

उदयपुरा में प्रीति रघुवंशी की आत्महत्या के मामले की जांच हो रही है। जल्द ही सभी तथ्य सामने आ जाएंगे। जांच के बाद ही दोषियों पर कार्रवाई होगी। -शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री

मंत्री पुत्र को बख्श रहे हैं सीएम

एक तरफ वे मनचलों की कमर तोड़ने के निर्देश देते हैं तो दूसरी तरफ मंत्री पुत्र को बख्श रहे हैं। प्रथम दृष्टया मंत्री रामपाल सिंह और उनके पुत्र प्रीति रघुवंशी द्वारा की गई आत्महत्या के जिम्मेदार हैं। -अजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष

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