दुनिया भर के 5 बेहूदे इस्लामिक फतवे, जिन्हें जानकर पूरी तरह से ही जाओगे

दुनिया भर में आये दिन फतवे निकलते रहते हैं। जहाँ इन फतवों के जरिये इस्लामिक धर्मगुरु इस्लाम धर्म को मानने वाले लोगों को नियंत्रित करने की कोशिश करते हैं वहीं कुछ फतवे ऐसे भी होते हैं जिनके बारे में जानकर आपके होश उड़ जायेंगे। हम आज आपको दुनिया भर के इस्लामिक धर्म गुरुओं द्वारा जारी किये गये कुछ ऐसे ही अजीबोगरीब फतवों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनको पढने के बाद आप भी मुस्कुरा उठेंगे :
एक ब्रिटिश मौलाना ने फतवा जारी किया था कि, औरतों को केले और खीरे को कभी नहीं छूना चाहिए। इस पर मौलाना साहब का तर्क था कि, चूंकि ये दोनों फल पुरुष के लिंग से मेल खाते हैं इसलिए औरतों द्वारा न फलों के छूने से उनमें गंदे विचार पैदा हो सकते हैं इसलिए ऐसे फलों से औरतों को दूर रहना चाहिए।
मौलाना साहब ने यह भी कहा कि, अगर कोई महिला, पुरूष के लिंग के आकार के फल या सब्जी को खाना चाहती है तो उसके पास मौज़ूद पिता, पति या भाई को उसकी मदद करनी चाहिए और खीरे या केले को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट कर महिला को खिलाना चाहिए। उन्होंने महिलाओं के लिए वर्जित होने वाली सब्जियों में गाजर और तोरई को भी शामिल करने को कहा है।
ऑफिस में सहकर्मियों को अपना दूध पिलायें कामकाजी महिलाएं
मिस्र में शीर्ष मौलवियों के एक बड़े समूह द्वारा जारी किये गये फतवे में कहा गया है कि, मिस्र की कामकाजी महिलाएं अपने साथ काम करने वाले मर्दों को अपनी छाती का दूध पिलायें। फतवे के अनुसार यह भी ताकीद की गयी है कि यह स्‍तनपान कम से कम दिन में पांच बार कराया जाना चाहिए। फतवे के अनुसार यह काम दफ्तर में ही किया जाना है और आफिस में काम करने वाली हर एक औरत के लिए यह जरूरी है।
इस बारे में तर्क देते हुए मौलवियों के इस शीर्ष संगठन का कहना है कि औरत और मर्द के एकसाथ रहने से उनके बीच जिस्‍मानी ताल्‍लुकात पैदा हो जाने की आशंका होती है। इसलिए यदि आफिस में काम करने वाली हर महिला अपने साथी काम करने वाले मर्द को अपनी छाती का दूध पिलायेगी तो उनके बीच मां-बेटे का रिश्‍ता कायम हो जाएगा ओर इसके चलते उनके बीच जिस्‍मानी रिश्‍तों की गुंजाइश नहीं रह जाएगी।
इससे भी ज्यादा हास्यास्पद बात यह है कि, फतवा जारी करने वाले मौलवियों के अनुसार चूंकि यह स्‍तनपान दिन में पांच बार कराया जाएगा, इसलिए यह रिश्‍ता और भी मजबूत हो जाएगा। साथ ही फिर उनके बीच शादी जैसे रिश्‍तों की गुंजाइश भी नहीं बचेगी।
अगर हस्‍तमैथुन किया तो मरने के बाद हाथ प्रेगनेंट हो जाएगा
इसी तरह का एक और मनगढंत फतवा इस्‍तांबुल के धर्मप्रचारक मुकाहिद सिहाद हान ने जारी किया जिनका कहना है कि, जो लोग हस्‍तमैथुन करते हैं, मरने के बाद उनका हाथ गर्भवती हो जाता है और अपने अधिकारों की मांग करता है।
उनके इस फतवे के सामने आने के बाद ट्वीटर पर लोगों ने उनकी जमकर खिल्ली ली थी। एक शख्स ने ट्वीट कर पूछा था कि, क्‍या मृत्‍यु के बाद कोई हैंड-गायनोकोलॉजिस्‍ट होता है? क्‍या वहां पर गर्भपात की इजाजत होती है? वहीं, एक दूसरे यूजर ने पूछा कि क्‍या आप मानते हैं कि प्रैगनेंट होना अल्‍लाह की दी गई सजा है?
टमाटर है ईसाई, इसे ना खाएं मुस्लिम  
इजिप्टियन इस्लामिक एसोसिएशन की ओर से जारी किए गए एक फतवे में कहा गया है कि टमाटर इसाई है इसलिए इसका सेवन नहीं करना चाहिए। फतवे में कहा गया है कि, टमाटर को दो हिस्सों में काटने पर उसमें क्राॅस की तरह आकृति नज़र आती है। यह मुस्लिमों के लिए ठीक नहीं है।
भूखे हैं तो खा सकते हैं अपनी बीवी को
सऊदी अरब के शाही इमाम मुफ्ती शेख अब्दुल अजीज बिन अब्दुल्लाह ने एक फतवे में कहा था कि, यदि पुरूष बहुत भूखा है तो वह अपनी पत्नी के शरीर के अंगों को काटकर खा सकता है।
शाही इमाम के अनुसार यदि पत्नी का शरीर पति की भूख मिटाता है तो यह महिला की अपने पति के प्रति वफादारी और समर्पण है। ज्ञात हो कि, सऊदी अरब में कड़े इस्लामिक कानून है और वहां शरीयत के अनुसार ही अपराधों की सजा सुनाई जाती है।

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