दिल्‍ली में किसकी बनेगी सरकार? जानिए क्‍या कहती है इन नेताओं की कुंडली

दिल्‍ली विधानसभा चुनाव 2020 के मद्देनजर आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी ने 70 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। बीजेपी ने भी उम्मीदवार उतार दिए हैं और कांग्रेस पार्टी जल्दी ही उम्मीदवारों की सूची जारी करने वाली है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्‍ली में एक ही चरण में 8 फरवरी को मतदान होगा। मतदान के बाद 11 फरवरी को नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे।

दिल्ली

चुनाव के परिणामों को लेकर तीनों ही पार्टियां अपनी जीत का दावा कर रही हैं। AAP, BJP और कांग्रेस जनता का भरोसा जीतने में जुट गई हैं। ऐसे में ज्योतिषियों के नजरिए से समझते हैं कि दिल्ली में किसका राजयोग हो सकता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी की कुंडली क्या कहती है।

एक प्रख्‍यात ज्योतिषी के अनुसार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मेष राशि है। 8 फरवरी और 11 फरवरी की तारीख केजरीवाल के लिए बेहद शुभ मानी जा रही है। मेष राशि के नवम भाव में बृहस्पति और केतु का गोचर केजरीवाल को सफलता की ओर ले जा रहा है।

हालांकि, यही चुनाव अगर महीनेभर पहले हो जाते तो शायद परिणाम कुछ और ही होते। चूंकि 24 जनवरी को शनि भी राशि परिवर्तन कर लेगा इसलिए नवम भाव में बृहस्पति और दशम भाव में शनि शुभ संकेत दे रहा है।

वहीं, बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी के बारे में बात करें तो उनकी भी मेष राशि है। राशि के हिसाब से उनके भी नवम भाव में बृहस्पति और केतु की युति रहेगी। ऐसे में मनोज तिवारी भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे, इसलिए बीजेपी-आप के बीच कांटे की टक्कर होने की पूरी संभावनाएं हैं।

हालांकि, सितारे अरविंद केजरीवाल का साथ देते नजर आ रहा हैं। चौथे भाव में बृहस्पति, शुक्र और बुध की युति अरविंद केजरीवाल की स्थिति को ज्यादा मजबूत बना रही है। जबकि मनोज तिवारी के लिए सफलता के उतने योग नहीं बन रहे हैं।

सोनिया गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस थोड़ी बेहतर स्थिति में होगी। चूंकि राहुल गांधी की कुंडली का चौथा भाव शनि-चंद्रमा के विष योग से पीड़ित है, इसलिए कांग्रेस को अब थोड़ा फायदा हो सकता है। चौथा भाव जनता का भाव होता है जहां पापी ग्रहों के बैठने से जन समर्थन कम हो जाता है।

ज्योतिषी के अनुसार छठा घर कॉम्पीटिशन (प्रतियोगिता) के रूप में देखा जाता है। केजरीवाल के चौथे घर का मालिक शुक्र छठे घर में बैठा हुआ है। छठे घर में शुक्र का बृहस्पति के साथ बैठना मतलब जनता का आशीर्वाद मिलने जैसा है।

छठे घर में शुक्र-बृहस्पति के साथ बुध का संयोग उनके मजबूत संवाद की ओर इशारा कर रहा है। ऐसी स्थिति में इंसान अपनी बातों से किसी का भी दिल जीतने की ताकत रखता है।

केजरीवाल के लिए साल 2026 तक बृहस्पति की दशा राजयोग कारक दशा है। इसलिए अगले छह सालों तक इन्हें सत्ता से हटाना किसी भी विरोधी के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

ज्‍योतिषी ने बताया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में अजय माकन के चुनाव न लड़ने से कांग्रेस को बड़ा नुकसान हो सकता है। अजय माकन की कुंडली में बेहतर प्रदर्शन के योग बन रहे थे। वह किंगमेकर की भूमिका भले ही न निभाते, लेकिन पार्टी के लिए दिल्‍ली चुनाव में अच्छा प्रदर्शन कर सकते थे।

अजय माकन के बाद कांग्रेस से जिस नेता की कुंडली सबसे ज्यादा मजबूत नजर आती है, वो हैं अरविंदर सिंह लवली। अगर कांग्रेस इन दो राजनेताओं के नाम आगे रखकर चुनाव लड़ती है तो बेहतर प्रदर्शन की संभावना है।

ज्योतिषी ने बताया कि 24 जनवरी को होने वाले शनि गोचर से पहले दिल्‍ली में बड़े स्तर पर वाद-विवाद देखने को मिला। शनि गोचर का प्रभाव आने वाले समय में बीजेपी और नरेंद्र मोदी की कुंडली को भी करेगा।

ज्योतिषियों के अनुसार, बीजेपी से डॉ हर्षवर्धन की कुंडली सबसे ज्यादा मजबूत मानी जा रही है। अगर दिल्ली में बीजेपी हर्षवर्धन के नेतृत्व में चुनाव लड़ती है तो निश्चित तौर पर उसे बेहतर परिणाम मिल सकते हैं।

अगर चुनाव की तारीख यानी 8 फरवरी और 11 फरवरी पर नजर डालें तो दोनों ही अंकों पर शनि का असर पड़ेगा। हालांकि 24 जनवरी को शनि का राशि परिवर्तन होते ही ये केजरीवाल की राशि के दशम भाव में बैठ जाएगा, जो कि सत्ता का कारक होता है।

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11 फरवरी को नतीजे आने हैं उस दिन केजरीवाल की राशि के पांचवें घर में चंद्रमा, राशि के एकादश भाव में बुध की युति, दशम भाव में सूर्य और शनि और नवम भाव में मंगल, गुरु केतु स्थिति मजबूत बना रहे हैं।

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