थाइलैंड में तख्तापलट के बाद पहली बार चुनाव, जुंटा पार्टी को बढ़त

थाइलैंड में 2014 के सैन्य तख्तापलट के बाद पहली बार हुए चुनाव में सत्तारूढ़ जुंटा पार्टी ने अप्रत्याशित बढ़त हासिल कर ली है। चुनाव आयोग ने रविवार को यह जानकारी दी। आयोग के मुताबिक, 90 फीसद से ज्यादा मतों की गिनती का काम पूरा हो चुका है। सेना द्वारा लिखे गए नए कानून के तहत रविवार को चुनाव कराए गए हैं। यह कानून नागरिक सरकार को आसानी से सत्ता का हस्तांतरण के लिए है।
आयोग के अनुसार, जुंटा प्रमुख प्रयुथ चान ओचा को फिर से प्रधानमंत्री के रूप में देखने की इच्छुक पलांग प्रचारत पार्टी ने 73 लाख से अधिक वोट हासिल किए हैं। आयोग ने कहा कि पूरे परिणामों की घोषणा सोमवार को की जाएगी हर पार्टी द्वारा जीती गई सीटों की संख्या बताई जाएगी। सैन्य शासन का विरोध कर रहे राजनीतिक दलों के नेताओं ने लोगों से अपील की थी कि वे मतदान कर प्रयुथ की योजनाओं को नाकाम करें।
2008 से ही स्वयं निर्वासित रह रहे पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनावात्रा की पार्टी ट्रालिग को करीब 71 लाख मत मिले हैं। 2001 से उनके समर्थक हर चुनाव में विजयी होते रहे हैं। शिनावात्रा ने पैसे, रिश्ते और रिश्वत के सहारे देश की राजनीति और समुदाय को दूषित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि वह थाइलैंड की बहुसंख्यक जनता की आर्थिक और जन आकांक्षाओं को स्वीकार करते हैं।
बैंकाक में प्रधानमंत्री पद के दावेदार सुदारत केयुराफान ने कहा कि पार्टी गठबंधन की संभावना पर नजर रख रही है लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि हम प्रयुथ के किसी समर्थक के साथ हाथ नहीं मिलाएंगे।

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