तो ऐसे मिली थी इस बंगाली संगीतकार को हिंदी की पहली फिल्म

 संगीतकार अनुपम रॉय ने अपनी जिंदगी के कई दिलचस्प किस्से साझा किए. अनुपम ने बताया कि किस तरह उन्हें शूजीत सरकार ने उनके करियर की पहली हिंदी फिल्म के लिए गाने और संगीत बनाने का मौका मिला था. अनुपम ने बताया कि एक रोज शूजीत ने कॉल करके उनसे पूछा कि क्या वह उनके लिए काम करेंगे? इस पर अनुपम ने हां कर दी.

हालांकि क्योंकि अनुपम को थोड़ा शक था इसलिए उन्होंने पूछा कि जिस फिल्म के लिए वह बात कर रहे हैं यह एक बंगाली फिल्म है ना? उन्होंने कहा कि नहीं यह एक हिंदी फिल्म है. अनुपम ने कहा, “मैं हैरान था क्योंकि मैंने कभी भी हिंदी फिल्मों के लिए काम नहीं किया था. मैंने हमेशा बंगाली में काम किया था. मैंने पहले उनके लिए एक गाना किया और फिर उन्हें मेरा काम पसंद आ गया.”

मुंबई से ज्यादा कोलकाता पसंद है-

अनुपम ने शूजीत की जिस फिल्म के लिए काम किया इसका नाम पीकू था. उन्होंने बताया, “पीकू में काम करने के लिए जब मैं कोलकाता से निकल कर मुंबई गया. तो मेरे बहुत से दोस्तों ने मुझसे कहा कि मुझे मुंबई में रुक जाना चाहिए ताकि काम करने में आसानी होगी. लेकिन मुझे कोलकाता पसंद है. ऐसा इसलिए क्योंकि कोलकाता में मैं शुरू से रहा हूं और यहां पर मैं लाइव शो करना पसंद करता हूं.”

मीटू मूवमेंट के बारे में क्या कहा?

अनुपम ने कहा, “मीटू मूवमेंट का मैं एक बड़ा समर्थक हूं. एक लंबे वक्त तक लोग खामोश रहे हैं. मैं नहीं मानता कि इसे किसी भी पेशे से जोड़ कर देखा जाना चाहिए. हमें देखना चाहिए किस तरह से वक्त के साथ चीजें बदली हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह की चीजों को दुनिया के सामने आना चाहिए ताकि बेहतर बदलाव हो सके.” उन्होंने कहा कि यदि चीजें बहुत वक्त बाद बाहर आती हैं तो लोग बचकर निकल जाते हैं. इसलिए जरूरी यह है कि बात तुरंत सामने आए. मैं जानता हूं कि लोग अपनी शक्तियों और पोजीशन का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं.

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